चंद्रबाबू सबसे अमीर, माणिक सबसे गरीब मुख्यमंत्री
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्यू) ने 31 मुख्यमंत्रियों की सम्पत्ति एवं उनके ऊपर चल रहे आपराधिक मामलों का पूरा लेखाजोखा जारी किया

नई दिल्ली। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्यू) ने 31 मुख्यमंत्रियों की सम्पत्ति एवं उनके ऊपर चल रहे आपराधिक मामलों का पूरा लेखाजोखा जारी किया।
यह पूरी जानकारी को चुनावों में दिए गए शपथपत्र के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें 29 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को शामिल किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार देश के 25 मुख्यमंत्री करोड़पति हैं और चंद्रबाबू नायडू 177 करोड़ की सम्पत्ति के साथ इस सूची में पहले स्थान पर है। सौ करोड़ से ज्यादा सम्पत्ति रखने वालों में दूसरे मुख्यमंत्री अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडृू हैं। देश के मुख्यमंत्रियों की औसतन सम्पत्ति 16.18 करोड़ रुपए है। इसके बाद पंजाब के अमरिंदर सिंह 48.31 करोड़, तेलंगाना के के चंद्रशेखर राव 15.51 करोड़, मेघालय के मुकुल संगमा 14.50 करोड़ का स्थान हैं।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार के पास सबसे कम 27 लाख रुपए की संपत्ति है। जबकि ममता बनर्जी पर 30 लाख रुपए की सम्पत्ति है। कुल मुख्यमंत्रियों में 3 मुख्यमंत्री महिला हैं। जिसमें पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, राजस्थान की वसुंधरा राजे सिंधिया व जम्मू-कश्मीर की महबूबा मुफ्ती शामिल हैं। सबसे युवा तीनों ही मुख्यमंत्री भाजपा शासित राज्यों के हैं जिसमें अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू 35 वर्ष, महाराष्टï्र के देवेंद्र फड़नवीस 44 व उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ 45 वर्ष शामिल हैं।
सबसे ज्यादा आयु वाले मुख्यमंत्रियों में पहले स्थान पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह 74 वर्ष, दूसरे पर केरल के पी विजयन 72 वर्ष व तीसरे पर मेघालय के लाल थंगहावला 71 वर्ष का है। देश के 31 में से 11 मुख्यमंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। शपथपत्र के अनुसार 20 मुख्यमंत्रियों ने इस मामले में अपने आप को बेदाग बताया है। महाराष्टï्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर सबसे ज्यादा 22 मामले दर्ज हैं जिसमें से 3 मामले गंभीर किस्म के हैं।
दूसरे स्थान 11 मामले के साथ केरल के पिनाराई विजयन है उन पर 1 मामला गंभीर किस्म का है। अरविंद केजरीवाल पर 10 मामले दर्ज हैं जिसमें से 4 गंभीर किस्म के हैं। सभी मुख्यमंत्री शिक्षित हैं सबसे ज्यादा 12 मुख्यमंत्री ग्रेजुएट हैं। जबकि ग्रेजुएट प्रोफेशनल्स 10, 5 पोस्ट ग्रेजुएट व 1 मुख्यमंत्री को डॉक्टरेट की डिग्री हासिल है। 2, 3 मुख्यमंत्री इंटरमीडिएट तक पढ़ें हैं।


