ईडी ने एचएसवीपी घोटाले से जुड़े मामले में दाखिल की चार्जशीट, पूर्व विधायक को बनाया आरोपी
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) स्कैम मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व विधायक और पूर्व अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

225 करोड़ के एचएसवीपी घोटाले में ईडी की चार्जशीट, पूर्व विधायक राम निवास आरोपी
- ईडी ने एचएसवीपी स्कैम में पूर्व विधायक समेत पांच पर कसा शिकंजा
- सरकारी धन की हेराफेरी में बड़ा खुलासा, चुनाव प्रचार में खर्च हुआ घोटाले का पैसा
चंडीगढ़। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) स्कैम मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व विधायक और पूर्व अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। यह एचएसवीपी के बैंक खातों में सरकारी धनराशि की हेराफेरी से जुड़ा मामला है।
प्रवर्तन निदेशालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, ''ईडी, चंडीगढ़ ने पीएमएलए, 2002 के अंतर्गत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) (जिसे पहले हुडा के नाम से जाना जाता था) के पूर्व अधिकारियों सुनील कुमार बंसल, राम निवास और तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ अभियोजन शिकायत (पीसी) दायर की है।''
पंचकूला स्थित पीएमएलए विशेष न्यायालय में एचएसवीपी के बैंक खातों में 225.51 करोड़ रुपए की सरकारी धनराशि की हेराफेरी के मामले में यह चार्जशीट दाखिल की गई है। 2019-2024 की अवधि के दौरान राम निवास हरियाणा से विधायक भी थे।
ईडी की जांच में यह पता चला कि पूर्व विधायक और खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन रहे राम निवास ने घोटाले के पैसों से ही चुनाव लड़ा था। उन्होंने हेराफेरी कर जुटाई गई धनराशि से विधानसभा चुनाव का टिकट प्राप्त किया और फिर चुनाव प्रचार में खर्च किया।
जब साल 2015 से 2019 के बीच यह फर्जीवाड़ा हुआ, तब राम निवास 2017 तक और सुनील कुमार बंसल 2019 तक एचएसवीपी में अकाउंट असिस्टेंट और सीनियर अकाउंट ऑफिसर पद पर कार्यरत थे।
इस मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने राम निवास के 10 करीबियों के बयान दर्ज किए, जिनके बैंक अकाउंट में 160 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे।


