आतंकियों से जुड़े है चंबा हत्याकांड के तार, एनआईए से जांच हो : जयराम ठाकुर
हिमाचल प्रदेश के चम्बा में युवक मनोहर की निर्मम ह्त्या के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं

शिमला। हिमाचल प्रदेश के चम्बा में युवक मनोहर की निर्मम ह्त्या के मामले में नए खुलासे हो रहे हैं। अब मामले में भारतीय जनता पार्टी ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
श्री ठाकुर ने कहा कि ये सामान्य घटना नही है। जिसने हिमाचल को झकझोर कर रख दिया है। घटना को गंभीरता से नही लिया गया। कांग्रेस सरकार बनी तो मुख्यमंत्री ने बार बार बयान दिया की 99 फीसदी हिंदू आवादी में कांग्रेस जीती है। इस बयान को घटना के साथ जोड़ते हुए उन्होंने पूछा कि मुख्यमंत्री इस पर स्थिति स्पष्ट करें।
श्री ठाकुर ने गुरुवार को शिमला में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि चंबा जिला में एक गंभीर मामला सामने आया है और छह जून 2023 को मनोहर जो हिंदू दलित परिवार से संबंध रखता था वह घर से गुम हो गया, कुछ दिनों बाद उसकी लाश एक नाले में मिली जिसके आठ हिस्से बोरी से बरामद हुए।
उन्होंने कहा कि हमारी देवभूमि हिमाचल प्रदेश में यह घटना रेयर है, इस घटना को लेकर समाज में तनाव है और यह घटना देश एवं प्रदेश में चिंता का विषय बन गई है। यह सामान्य घटना नहीं है और किसी सामान्य व्यक्ति द्वारा नहीं की गई है। यह असामान्य घटना है जिसने पूरे प्रदेश भर को झंझोर कर रख दिया है।
युवक की हत्त्या का हवाला देते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि शरीफ मोहमंद, मुशफिर मुहमंद व फरीदा के कहने पर पहले मृतक मनोहर को घर बुलाया जाता है। घर में बहस होती है, डंडे से घायल किया जाता है और बाद में घर के आंगन से बेहोश पड़े मनोहर के आठ टुकड़े कर दिए जाते हैं। उसकी मौत हुई या जिन्दा ही काट दिया। शरीर को काटने के लिए आरा मशीन उपयोग में लाई गई। शरीर के आठ टुकड़े कर नाले में पानी के नीचे दबा दिए जाते हैं। जूता पानी में बहा और दुर्गंध आई तो घटना का पता चला।
श्री ठाकुर ने आरोपी के तार आतंकियों से जोड़ते हुए पूछा कि नोटबंदी के दौरान आरोपी ने 95 लाख नोट बदले व उसके खाते में दो करोड़ हैं। जबकि इतना बड़ा आय का साधन नही है। आरोपी के पास तीन बीघा जमीन है जबकि कब्जा 100 बीघा पर कर रखा है। अपनी जमीन में किसी को आने नही देता है। दस हजार की ऊँचाई पर रहता है। 100 भेड़ बकरियाँ इसके पास है जबकि 200 बेचता है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस घटना में मुख्य आरोपी मुसाफिर मोहम्मद, उनकी पत्नी फरीदा और अन्य छह लोग हैं। मनोहर की हत्या लकड़ी काटने वाले कटर द्वारा की गई है ऐसा पता चला चाय। लाश को जलाने का प्रयास भी किया गया पर पड़ोसी गड्डियों से डर के लाश को बोरी में सुनसान जगह डाल दिया गया। कुछ दिनों बाद मनोहर का जूता नदी में मिला और उसके बाद लाश बरामद की गई।
उन्होंने कहा कि मैं आरोपी के कुछ महत्वपूर्ण जानकारी जनता के समक्ष लाना चाहता हूं जिसके बारे में हमें पता चला है, इस व्यक्ति ने हाल ही में 2000 के 97 लाख नोट बैंक में एक्सचेंज करवाए थे, इसके बैंक अकाउंट में दो करोड़ का डिपाजिट है और आय का साधन इतना नहीं है, तीन बीघा मलकियत जमीन है और कब्जा 100 बीघा जमीन पर है। अपनी जमीन पर किसी आम वायक्ति को आने जाने नहीं देता। 10,000 फीट की ऊंचाई पर यह रहता है जहां 6 से 10 फुट बर्फ पड़ती है, पर फिर भी वह इतनी बर्फ में वहीं रहता है, इसके पास 100 बकरियां है पर हर साल 200 बकरियां बेचता है - क्या यह व्यक्ति किसी और की बकरियों पर कब्जा करता है।
वर्ष 1998 चंबा के गांव के हत्याकांड में जब जम्मू कश्मीर के आतंकी हिमाचल में घुस गए थे और 35 लोगों की हत्या करी थी, सात लोगों को वह जिंदा ही जम्मू-कश्मीर ले गए थे जो आज तक मिले नहीं। उस मामले में भी इस आरोपी को लेकर जांच में शामिल किया गया था, इस व्यक्ति ने सभी सबूतों को नष्ट करने का प्रयास किया है और यह ही नहीं कुछ प्रभावशाली व्यक्ति इस जांच को दबाने का प्रयास भी कर रहे हैं। यह लोग कह रहे हैं यह दो लोगों का निजी मामला है। यह व्यक्ति अपने समुदाय में एक प्रभावशाली व्यक्ति भी है और छुप छुप कर इनके समुदाय के लोग इस मामले को दबाने का प्रयास कर रही हैं।
वर्तमान सरकार ने इस पूरे मामले को लेकर एसआईटी का गठन तो किया है पर भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि इस पूरे मामले की एनआईए से जांच करवानी चाहिए क्योंकि इसमें बहुत सारे पहलू सामने निकल कर आएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल और मैं कल स्वयं मृतक के परिवारों से मिलने जाएंगे।
श्री ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री बार-बार कहते हैं कि हिमाचल 97 फीसदी हिंदू प्रदेश है और हमने उनको हिमाचल प्रदेश में हराया है, यह मुख्यमंत्री काफी सार्वजनिक मंचों से भी कह चुके हैं और कर्नाटक चुनाव में भी इसी शैली का प्रयोग किया गया है। मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि उनका कहने का क्या तात्पर्य है।


