कानपुर में सीजीएचएस पेंशनभोगी लाभार्थी भूख हडताल पर
केन्द्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के कानपुर स्थित निदेशालय में कथित रूप से व्याप्त अनिमियतिताओं की जांच को लेकर आज यहां पेंशनभोगी लाभार्थियों ने भूख हड़ताल की

कानपुर। केन्द्र सरकार स्वास्थ्य योजना (सीजीएचएस) के कानपुर स्थित निदेशालय में कथित रूप से व्याप्त अनिमियतिताओं की जांच को लेकर आज यहां पेंशनभोगी लाभार्थियों ने भूख हड़ताल की।
रतनलाल नगर स्थित अतिरिक्त निदेशक के कार्यालय में भूख हडताल पर बैठे लाभार्थियों आर के मिश्रा और चंद्रशेखर शुक्ला का आरोप था कि कानपुर स्थित सीजीएचएस डिसपेंसरियों में दवाओं में चिकित्सकों की भारी कमी के साथ साथ दवाओं का अकाल है जिसका सीधा असर बुजुर्ग बीमार लाभार्थियों पर पड रहा है।
लाभार्थियों को दवा के लिये डिसपेंसरियों के चक्कर लगाने पडते हैं। शिकायत करने पर चिकित्सक और कर्मचारी कई बार अभद्रता पर उतर आते हैं।
उन्होने कहा कि अतिरिक्त निदेशक के अंतर्गत कार्यरत एक चिकित्सक एस एन शुक्ला खुद काे नोडल आफीसर बताते है जबकि सीजीएचएस में नोडल आफीसर का कोई पद नहीं है। चिकित्सक वास्तव में एनस्थीसिया के विशेषज्ञ हैं। मुख्यालय के शिलापट पर और पाली क्लीनिक में बाकायदा चिकित्सक का पद नोडल आफीसर उल्लेखित किया गया है।
पेंशनर फोरम के अध्यक्ष आनंद अवस्थी ने बताया कि सीजीएचएस डिसपेंसरियों में अनिमियतिताओं को बोलबाला है। चिकित्सकों के साथ साथ डिसपेंसरियों में दवाओं का अकाल है। रतनलाल नगर स्थित पालीक्लीनिक मात्र दो चिकित्सकों के भरोसे हैं। संविदा पर कार्यरत डाक्टरों और कर्मचारियों का वेतन लंबित है जिसका सीधा असर मरीजों की देखरेख पर पडता है।
बाद में अतिरिक्त निदेशक पीके पचौरी ने अनशन पर बैठे पेंशनभोगी लाभार्थियों से मुलाकात की और उन्हे नोडल अधिकारी के मामले की जांच और लाभार्थियों को मिलने वाली चिकित्सीय सुविधाओं को और दुरूस्त करने का आश्वासन दिया। डा पचौरी ने भूख हडताल पर बैठे लाभार्थियों को जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया।
इस बीच श्री अवस्थी ने कहा कि इस संबंध में फोरम का एक प्रतिनिधिमंडल कल नगर मजिस्ट्रेट आर एन पांडेय से मिला था और सीजीएचएस डिंसपेंसरियों में व्याप्त अनिमियतिताओं और पेंशन संबंधी मांग संबधित एक ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संदर्भित करते हुये दिया था। प्रतिनिधिमंडल में शामिल साहबदीन और राजेश शुक्ला ने इस सिलसिले में आज से क्रमिक अनशन शुरू करने की अनुमति भी ली थी।


