विपक्षी प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अपने घर में कैद होकर कर रहे बयानबाजी : स्वतंत्र देव
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि पूरे कोरोना काल विपक्ष के प्राइवेट लिमिटेड पार्टियों के सीईओ अपने घरों में कैद रहकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा है कि पूरे कोरोना काल विपक्ष के प्राइवेट लिमिटेड पार्टियों के सीईओ अपने घरों में कैद रहकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने आज यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता हों या संघ के स्वयंसेवक कोरोना काल में जनता के बीच रहकर उनके सुख दुख के साझीदार हो रहे हैं। वहीं विक्षपी लोग पूरे कोरोनाकाल में प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ अपने घर मे कैद होकर बयानबाजी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा एक कार्यकर्ता आधारित संगठन है और प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चलाने वाले राजनीति दल को संगठन और कार्यकर्ता का ज्ञान कहां होगा। भाजपा के लिये राजनीति सेवा का माध्यम है। जनता के बीच रहना, अभियानों, कार्यक्रम की समीक्षा एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है। लेकिन जिनका परिवार ही पार्टी है, घर घराना ही हर पद पर काबिज है, जो कुर्सी के लिये पिता और चाचा तक का अपमान कर सकते हैं, उनसे बैठक और समीक्षा जैसी संगठनात्मक व्यवस्था के ज्ञान की अपेक्षा करना ही बेमानी है। जनता ने सपा की सरकार देखी है। प्रदेश ने देखा है कि कैसे सैफई खानदान पूरे प्रदेश को लूट रहा था। अपराध, अराजकता, भ्रष्टाचार और गुंडाराज का बोलबाला था। आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने प्रदेश में सुशासन और अपराधमुक्त व्यवस्था कायम की है। प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया को जनता के द्वार सरकार और सगठन का पहुंचना सुहा नहीं रहा है। क्योंकि सपा मुखिया खुद मुख्यमंत्री रहने के दौरान या तो सीएम आवास में कैद रहे, नहीं तो लंदन की सैर करते रहे। जनसरोकार की राजनीति से उनका कभी लेना-देना नहीं रहा। सपा सहित विपक्ष के दल आज टीकाकरण पर टिप्पणी कर रहे हैं, जबकि कुछ महीनों पहले तक यही लोग टीकाकरण को लेकर जनता को गुमराह कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अच्छा होता कि विपक्ष इस आपदा की घड़ी में जनता की मदद में हाथ बंटाता लेकिन उसे इसमें बाधा पहुंचाने से ही फुर्सत नहीं है। यही कारण है कि जनता ने 2017 और 2019 में विपक्ष को फुर्सत से घर बैठा दिया था और आगे 2022 में भी इन्हें इनके महलों के रौशनदानों तक ही सीमित कर देगी।


