केंद्र की सफाई, कोरोना की ‘कोवैक्सिन’ के इस्तेमाल को जल्दबाजी में नहीं दी गई थी मंजूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मीडिया में चल रही इन खबरों को भ्रामक और निराधार बताया है

- विंध्यवासिनी त्रिपाठी
नईदिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मीडिया में चल रही इन खबरों को भ्रामक और निराधार बताया है, जिसमें दावा किया गया है कि कोवैक्सिन को मंजूरी जल्दबाजी में दी गई थी।
मंत्रालय ने कहा है कि कोविड-19 के टीके कोवैक्सिन की आपात इस्तेमाल की मंजूरी किसी भी तरह के राजनीतिक दबाव में नहीं दी गई थी। इसके आपातकालीन उपयोग के लिए सारे नियमों व निर्धारित वैज्ञानिक मापदंडों का पालन किया गया था। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स इस बारे में पूरी तरह भ्रामक,झूठी और गलत सूचनाओं पर आधारित हैं।
मंत्रालय ने कहाकि केंद्र सरकार और राष्ट्रीय नियामक,केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन(सीडीएससीओ) ने आपातकालीन उपयोग के लिए कोविड-19 के टीके को अधिकृत करने के संबंध में वैज्ञानिक तथ्यों व निर्धारित नियमों का पूरी तरह पालन हुआ है। इसके लिए सीडीएससीओ की विषय विशेषज्ञ समिति(एसईसी) की बैठक एक व दो जनवरी 2021 को बुलाई गई थी।
जिसमें आवश्यक चर्चा के बाद भारत बायोटिक की कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन के आपात अनुमति प्रस्ताव को लेकर सिफरिश की गई थी। मंत्रालय ने कहाकि यही नहीं इसके क्लीनिकल परीक्षण में भी पूरी सावधानी रखी गई।
भारत बायोटेक ने भी इस बारे में कहाकि कुछ चुनिंदा व्यक्तियों और समूह द्वारा कही गई बातें पूरी तरह निराधार है और वह इसकी निंदा करता है। कोवैक्सिन ने लाइसेंस हासिल करने में किसी भी तरह का दबाव या अनुचित मदद नहीं है।


