केंद्र सरकार को शक्कर पर दोहरी दर प्रणाली लागू करनी चाहिए: शरद पवार
शरद पवार ने मांग की हैकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के गिरते दामों को देखते हुए केन्द्र सरकार को शक्कर पर दोहरी दर प्रणाली लागू करनी चाहिए।

कोल्हापुर। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद पवार ने मांग की है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी के गिरते दामों को देखते हुए केन्द्र सरकार को शक्कर पर दोहरी दर प्रणाली लागू करनी चाहिए।
पवार ने आज सुबह यहां संवाददाताओं से कहा कि शक्कर का 35 प्रतिशत घरेलू उपयोग होता है और 65 प्रतिशत उपयोग उद्योग में दवा, शीतल पेय, मिठाई आदि बनाने में होता है। इसलिए घरेलू और उद्योग के लिए उपयोग की जाने वाली शक्कर के अलग-अलग दाम होेने चाहिए, हालांकि इसमें विवाद भी हो सकता है। यदि मिठाई एवं अन्य उत्पादों के दाम बढ़ाये गये तो इससे गन्ना किसानों को लाभ नहीं मिलेगा।
सरकार को चाहिए कि 65 प्रतिशत शक्कर का उपयोग करने वालों पर अतिरिक्त कर लगाया जाय और यह सुनिश्चित किया जाय कि इस कर का उपयोग गन्ना किसानों के हित हो।
उन्होंने केन्द्र सरकार को सुझाव दिया है कि शक्कर के गिरते दाम को देखते परिवहन खर्च को कम करते हुए हुए निर्यात करने की अनुमति देनी चाहिए।
पवार कोल्हापुर जिले के दो दिवसीय दौरे पर हैं। पवार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को शक्कर उद्योग की विभिन्न स्मयाओं को सुलझाने के लिए सुझाव के साथ पत्र लिखा है।
पवार ने कहा कि दिल्ली में उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की और अगले चुनाव में दोनों दलों एक साथ मिल कर चुनाव लड़ने और मतों का बंटवारा रोकने पर भी चर्चा हुयी।
उन्होंने कहा कि यदि सभी विपक्षी दल एक साथ आते हैं तो देश की तस्वीर बदल सकती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रांत में जो क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है वहां उस पार्टी के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाना चाहिए। वर्तमान सरकार की विपलता से जनता नाराज है और इसका खामियाजा भारतीय जनता पार्टी को भुगतना पड़ेगा।
उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश पर महाभियोग नोटिस के संबंध में श्री पवार ने कहा कि यह एक उचित निर्णय था और इस पर चर्चा होनी चाहिए थी ताकि सच्चाई जनता को मालूम पड़े।


