केन्द्र सरकार ने की राफेल विमान सौदे में रक्षा खरीद प्रक्रिया की उपेक्षा: चिदंबरम
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी पर आरोप लगाया कि फ्रांस के साथ हुए राफेल लडाकू विमान सौदे में उन्होंने रक्षा खरीद प्रकिया की कतई उपेक्षा

नागपुर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी पर आरोप लगाया कि फ्रांस के साथ हुए राफेल लडाकू विमान सौदे में उन्होंने रक्षा खरीद प्रकिया की कतई उपेक्षा की है।
चिदंबरम ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा केन्द्र सरकार ने रक्षा सौदों से संबंद्ध सभी प्रकियाओं की उपेक्षा की है और इस सौदे के बारे में सभी सक्षम समितियों को भी अंधेरे में रखा है। उन्होंने इस पूरे मामले की जांच की मांग भी की है।
उन्होंने पूछा कि आखिर केन्द्र सरकार ने रक्षा खरीद प्रकिया की उपेक्षा क्यों की और निविदा मंत्रणा समिति तथा कीमत मंत्रणा समिति को अंधेरे में क्यों रखा गया। चिदंबरम ने आरोप लगाया कि रक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति को भी भरोसे में नहीं लिया गया।
चिदंबरम ने दावा किया कि इस सौदे के बारे मेें हर मंत्रालय, हर विभाग को अंधेरे में रखा गया और पीएम मोदी ने लडाकू विमान खरीद को सबको दरकिनार कर मंजूरी दे दी।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के कार्यकाल में राफेल विमान का जो सौदा हुआ था उसके हिसाब से प्रत्येक राफेल विमान 526 करोड़ रुपए का था लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में इस विमान की लागत बढ़कर 1670 करोड़ रुपए हो गयी है। इसके अलावा माैजूदा सरकार के इस सौदे में कहीं भी तकनीकी हस्तांतरण का कोई जिक्र नहीं है।


