जी-20 के लिए केंद्र ने 4,064 करोड़ तो केजरीवाल सरकार ने खर्च किए सिर्फ 51 करोड़ रुपये : भाजपा
दिल्ली में होने जा रहे जी-20 समिट को लेकर की जा रही तैयारियों में खर्च होने वाले फंड को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में श्रेय लेने की होड़ जारी है

नई दिल्ली। दिल्ली में होने जा रहे जी-20 समिट को लेकर की जा रही तैयारियों में खर्च होने वाले फंड को लेकर भाजपा और आम आदमी पार्टी में श्रेय लेने की होड़ जारी है।
आप के आरोपों का जवाब देते हुए अब भाजपा ने यह दावा किया है कि जी-20 की तैयारियों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार अब तक 4,064 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। जबकि, केजरीवाल सरकार ने सिर्फ 51 करोड़ रुपये ही खर्च किया है जोकि उनके बंगले पर खर्च की गई राशि से भी कम है।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने मंगलवार को एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए केजरीवाल सरकार के मंत्रियों द्वारा दिल्ली में जी-20 को लेकर केंद्र सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों का क्रेडिट लेने को शर्मनाक बताया और साथ ही विस्तार पूर्वक तथ्यों के साथ मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे खर्च की जानकारी भी दी।
सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी का चरित्र निर्लज्जता से भरा हुआ है और इनके मंत्री भी उसी बेशर्मी के साथ बयान देकर दिल्ली के सौंदर्यीकरण का क्रेडिट खुद ले रहे हैं जबकि दिल्ली में सौंदर्यीकरण का कार्य देख रहे संस्थान एनडीएमसी, आईटीपीओ, डीडीए, इंडियन एयरफोर्स, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड, दिल्ली पुलिस और अन्य संबंधित मंत्रालय केंद्र सरकार के अंतर्गत आते हैं और इन कामों की मॉनिटरिंग दिल्ली के उपराज्यपाल कर रहे हैं, यहां तक कि कार्यों में तेजी लाने के लिए जिला स्तर पर भी मॉनिटरिंग कमिटी बनी है।
सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में हो रहे सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में दिल्ली के उपराज्यपाल ने कुल 54 दौरे किए हैं ताकि समयबद्ध सीमा पर कार्यों को सम्पन्न किया जा सके।
उन्होंने कहा कि 216 घंटों के कार्य में कुल 351 किलोमीटर पैदल चलकर दिल्ली के उपराज्यपाल ने अपनी तत्परता दिखाई है। लेकिन, इसके विपरीत अगर अरविंद केजरीवाल या उनके किसी भी मंत्री ने एक भी दौरा किया हो तो वह बताएं।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने जिन मार्गों पर कार्य हुए हैं उनकी विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि राजघाट, दिल्ली गेट, आई.टी.ओ., प्रगति मैदान, भारत मंडपम, इंडिया गेट, खान मार्किट, माल्चा मार्ग, अकबर रोड, लूटियंस जोन के कई प्रमुख स्थान, धौला कुंआ से लेकर एयरपोर्ट तक, पालम एयरपोर्ट आदि स्थानों पर उपराज्यपाल ने स्वयं दौरा किया और समयबद्ध सीमा पर कार्यों के समापन को सुनिश्चित कराया।
उन्होंने कहा कि कुल 61 सड़कें हैं जहां सौंदर्यीकरण कार्य हो रहे हैं जिनमें से 36 एन.डी.एम.सी. एरिया मे हैं। 5 सड़के दक्षिणी-पूर्व की, 6 दक्षिणी दिल्ली की, 5 सेंट्रल की, 3 शाहदरा की, 2 दक्षिणी-पश्चिम की और 4 पूर्व दिल्ली की सड़कों को सौंदर्यीकरण के लिए चिन्हित किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि राजघाट जो केजरीवाल सरकार की लापरवाही के कारण आई बाढ़ में डूब गया था, वहां सौंदर्यीकरण कार्यों को देखने के लिए उपराज्यपाल लगभग 10 बार जा चुके हैं क्योंकि वहां सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष बापू को नमन करने के लिए आएंगे लेकिन बापू की समाधि पर धरना देने वाले अरविंद केजरीवाल एक बार भी वहां नहीं गए। 100 से ज्यादा मूर्तिकारों द्वारा शिल्पकारी की गई है। यह सभी कार्य दिल्ली के उपराज्यपाल की देखरेख में सम्पन्न हो रहा है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि केंद्र सरकार अब तक जी-20 के लिए 4,064 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है। 2,700 करोड़ रुपये भारत मंडपम पर खर्च करके एक अद्भूत शिल्पकारी कला का प्रदर्शन किया गया है, जिसे देखकर देशवासी स्तब्ध रह जाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रगति मैदान टनल में 20 फीसदी लागत केजरीवाल सरकार को देनी थी, लेकिन दिल्ली को शर्मसार करते हुए उन्होंने वह रकम भी नहीं दी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने स्वयं 920 करोड़ रुपए खर्च किया ताकि समय पर वह टनल तैयार हो जाए।
सचदेवा ने बताया कि 340 करोड़ रुपये सुरक्षा पर दिल्ली पुलिस खर्च कर रही है। 26 करोड़ रुपये ट्रांसपोर्ट और रोड मेंटनेंस, 18 करोड़ सौंदर्यीकरण पर डीडीए ने और 60 करोड़ रुपये एनडीएमसी ने खर्च किए हैं। जबकि, इन सब में पीडब्ल्यूडी ने 45 करोड़ रुपये और 6 करोड़ रुपये नगर निगम द्वारा खर्च किया गया है यानि केजरीवाल सरकार ने जी -20 को लेकर सिर्फ 51 करोड़ रुपये ही खर्च किया है। जबकि, पीडब्ल्यूडी ने अरविंद केजरीवाल के बंगले पर इससे ज्यादा 52 करोड़ रुपये खर्च कर डाले हैं।
आज दिल्ली की जनता जी-20 के सफल आयोजन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। सोशल मीडिया पर लोग जिस प्रकार के कमेंट कर रहे हैं, उससे साबित होता है कि लोग मोदी सरकार से पूरी तरह से संतुष्ट और खुश हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केजरीवाल को समझना चाहिए कि जी-20 का आयोजन किसी व्यक्ति विशेष नहीं बल्कि भारत की ख्याति है, लेकिन केजरीवाल हर मुद्दे पर राजनीति करते हैं।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल को क्रेडिट लेना ही है तो मीड डे मिल से बीमार हुए बच्चों की क्रेडिट और पार्षद पति द्वारा वसूली करने का क्रेडिट केजरीवाल सरकार लें।
वहीं, दिल्ली विधान सभा में विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी ने विभिन्न मदों में केंद्र सरकार द्वारा दिए गए फंड का हिसाब मांगते हुए अरविंद केजरीवाल को बहस करने की चुनौती दी कि वे आकर बहस करें कि जी-20 में सौंदर्यीकरण को लेकर कौन कितना कार्य और खर्च कर रहा है।


