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जातीय आधार पर होनी चाहिए जनगणना : अखिलेश

समाजवादी पार्टी(सपा)अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विकास प्रक्रिया को गति देने के जातीय आधार पर जनगणना होनी चाहिए

जातीय आधार पर होनी चाहिए जनगणना : अखिलेश
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लखनऊ। समाजवादी पार्टी(सपा)अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि विकास प्रक्रिया को गति देने के जातीय आधार पर जनगणना होनी चाहिए।

श्री यादव ने बुधवार को यहां जारी बयान में कहा कि सपा सामाजिक सद्भाव के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सौहार्द के वातावरण में ही विकास हो सकता है। विकास प्रक्रिया को गति देने के लिए जातीय आधार पर जनगणना होनी चाहिए। समाज के सभी वर्ग के लोगों की उनकी संख्या के अनुकूल तब हिस्सेदारी तय हो सकेगी। इसमें हिन्दू-मुस्लिम की कोई समस्या नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय समाज के कमजोर वर्गो के हित में कई योजनाएं लागू की गई। किसान और गरीब को प्राथमिकता में रखकर उनको लाभ पहुंचाया गया। नौजवानों में निराशा और कुंठा न पनपे इसलिए उनको रोटी-रोजगार से जोड़ा गया। किसान आज कर्ज और मंहगाई से बदहाल है तो नौजवान बेरोजगारी की मार से संकटग्रस्त है। भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार अनियंत्रित है।

श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में जनता के हितो की अनदेखी हो रही है। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार के तीन साल बीत चुके हैं एक भी जनकल्याण की योजना जमीन पर नहीं उतर पाई है। सपा के कामों को ही दुहराकर अथवा नए-नए नाम बदलकर ही भाजपा सरकार के एक-एक दिन कट रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बदले की भावना में काम कर रही है। जनता की निगाह में बदले की भावना से किए गए कामों का फल अच्छा नहीं होता है। जनता के मन में भारी आक्रोश है। राजनीतिक मूल्यों एवं नैतिकता की परवाह किए बिना राज्यों में विपक्षी दलों को डराना-धमकाना और अन्य हथकंडो से प्रभावित करना इन कामों से भाजपा लोकतंत्र के लिए खतरा बन गई है।


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