लारा दत्ता के साथ महिला दिवस का जश्न
नारीत्व का जश्न मनाने के लिए आज से बेहतर मौका नहीं मिल सकता

नई दिल्ली । नारीत्व का जश्न मनाने के लिए आज से बेहतर मौका नहीं मिल सकता है। महिलाओं को समर्पित इस दिन को मनाने के लिए दुनियाभर की महिलाएं एकजुट हुई हैं। इन्हीं महिलाओं में से एक अभिनेत्री लारा दत्ता भी हैं, जिन्होंने अपने दम पर अपनी पहचान बनाई है। अभिनेत्री ने साल 2000 में मिस यूनिवर्स के ताज से लेकर बॉलीवुड की लोकप्रिय अभिनेत्री बनने तक उन्होंने अपनी खास जगह बनाई है। वर्तमान में होम-मेकर बनने पर ध्यान केंद्रित करने के अलावा उन्होंने अपने ब्यूटी रेंज की शुरुआत की है।
लारा ने खास बातचीत में अपने विचार बेबाकी से सामने रखे हैं।
प्रश्न : वेलनेस इंडस्ट्री में आप ऐसे मौके पर प्रवेश कर रही हैं, जब नए आगंतुक इस क्षेत्र के बड़े खिलाड़ियों को मात दे रहे हैं। आपको ऐसा क्यों लगा कि उपभोक्ता स्टार्टअप का स्वागत करेंगे?
लारा दत्ता : उपभोक्ताओं की आदतों में एक बदलाव आया है, जिसके कई कारक हैं। मुझे लगता है कि उपभोक्ता हमेशा प्रयोग करने के लिए तैयार रहते हैं, खास कर तब जब उन्हें लगता है कि एक विशेष उत्पाद या कंपनी उनकी विशिष्ट आवश्यकता को पूरा करती है।
मैं 'अराईज' के साथ आई हूं, जिसे अभी एक साल पूरा नहीं हुआ है और विशेष रूप से यह एक स्किनकेयर लाइन है, जिसे मुख्य रूप से भारतीय त्वचा के लिए तैयार किया गया है।
प्रश्न : आपने कई भूमिकाएं निभाई हैं- मॉडल, अभिनेत्री, मां, फिटनेस एक्सपर्ट और अब उद्यमी। आपको क्या लगता है, व्यक्तिगत रूप से और व्यावसायिक तौर पर विकसित होना कितना महत्वपूर्ण है?
लारा दत्ता : मेरे ख्याल से यह नई चीजों को उजागर करने की मेरी जिज्ञासा और भूख है, जो विकसित होने में मेरी मदद करती है। मैं नहीं चाहती कि मुझे महसूस हो कि मैं एक चीज में सीमित रह गई हूं। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं ब्यूटी क्वीन हूं या अभिनेत्री हूं, मैं हमेशा नई चीजों की तलाश में रहती हूं।
प्रश्न : महिलाओं के लिए एक-दूसरे का समर्थन करना कितना मायने रखता है?
लारा दत्ता : आज के डिजिटल युग में, जब आपकी उंगलियों पर तकनीक है, मैं कहना चाहूंगी कि हर महिला के पास शक्ति है। मुझे पता है कि जब महिला दिवस आता है, तो बहुत सारे ब्रांड ढेर सारी गतिविधियां आयोजित करते हैं, लेकिन महिला उद्यमियों को समर्थन देने और उन्हें अपने जुनून के बारे में जानने के लिए एक प्रासंगिक मंच देना समय की मांग है।


