पांचवी पूण्य तिथि को मानव सेवा दिवस के रूप में मनाया
महाराजा अग्रसेन कॉलेज समता कॉलोनी में बढते कदम के संरक्षक स्व. श्री अनिल गुरूबक्षाणि की पांचवी पूण्य तिथि को मानव सेवा दिवस के रूप में बढते कदम द्वारा मनाया गया
रायपुर (देशबन्धु)। महाराजा अग्रसेन कॉलेज समता कॉलोनी में बढते कदम के संरक्षक स्व. श्री अनिल गुरूबक्षाणि की पांचवी पूण्य तिथि को मानव सेवा दिवस के रूप में बढते कदम द्वारा मनाया गया। आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता एवं आर.डी.ए. अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव ने कहा कि सभी समाज सेवी संस्था जो समाज सेवा भाव एवं लोगों की मदद करते हैं ऐसे सभी संस्था बधाई के पात्रा है। स्व. श्री अनिल गुरूबक्षाणि के मानव सेवा भाव कार्य को बढ़ते कदम के परिवार ने आगे बढ़ाया एवं समाज सेवा भाव से समाज कल्याण की ओर सराहनीय कार्य किए है जिसके लिए बढ़ते कदम संस्था साधुवाद एवं बधाई के पात्र है।
इस दिन गांधी उद्यान में पौधा वितरण, देवेंद्रनगर मुक्तिधाम में गुरुबक्षाणी की मूर्ति का अनावरण, सिंधु पैलेस में अनाज वितरण, गरीब बच्चों को छात्रवृत्ति और रंग दे योजना के तहत ब्याजमुक्त ऋण देकर समाज सेवा का कार्य किया जिनके लिए मै बढ़ते कदम को बधाई देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता सेवार्थी को उसकी समस्याओं का समाधान करने में सक्षम बनाने के साथ उसके पर्यावरण में अपेक्षित सुधार लाने का प्रयास करता है और अपने लक्ष्य की प्राप्ति के निमित्त सेवार्थी की क्षमता तथा पर्यावरण की रचनात्मक शक्तियों का प्रयोग करता है।
समाजसेवा सेवार्थी तथा उसके पर्यावरण के हितों में सामंजस्य स्थापित करने का प्रयास करती है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता वे लोग होते हैं जो समाज में परिवर्तन की जरूरत महसूस करते हैं और इसके लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। वह जुनूनी लोग होते हैं जिनके पास सुनहरे भविष्य का विजन होता है। कुछ लोगो में सामाजिक कार्यकर्ता के गुण स्वाभाविक रूप से पाए जाते हैं, जबकि बाकी लोग किसी दुखद या सुखद घटना या अनुभव के फलस्वरुप सामाजिक कार्य की तरफ मुड़ जाते हैं।
चाहे आपके सामाजिक कार्यकर्ता बनने का जो भी कारण हो, आप यह कर सकते हैं क्योंकि इस क्षेत्र में किसी भी उम्र, साधन या पृष्टभूमि के लोग प्रवेश कर सकते है। इस आयोजित कार्यक्रम में राजेश अग्रवाल, अमर पारवानी, अमित जीवन, दीपक कुकरेजा, राजेश वाधवानी, हरिश धानवानी, कैलाश खेमानी, नंदलाल बुलवानी, कन्हैया आहुजा, सून्दर बजाज, राजू झामदानी, इन्दर लाल, राजू भाई उपस्थित थें।


