राजधानी, शताब्दी, दुरंतों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे
राजधानी, शताब्दी, दुरंतों रेलगाडिय़ों में अब तीसरी आंख से निगरानी रखी जाएगी और इसके लिए सभी 67 रेलगाडिय़ों में सीसीटीवी कैमरे की योजना को इसी रेल बजट में मंजूरी दे दी गई है

नई दिल्ली। राजधानी, शताब्दी, दुरंतों रेलगाडिय़ों में अब तीसरी आंख से निगरानी रखी जाएगी और इसके लिए सभी 67 रेलगाडिय़ों में सीसीटीवी कैमरे की योजना को इसी रेल बजट में मंजूरी दे दी गई है। राजधानी की 23 रेलगाडिय़ों, दुरंतों की 18 व 26 शताब्दी एक्सप्रेस रेलगाडिय़ों के द्वार पर एक एक सीसीटीवी कैमरा लगेगा और इस तरह एक कोच में चार कैमरे लगेंगे। उत्तर रेलवे ने इसके लिए तैयारियों को शुरू करने का ऐलान करते हुए आज माना कि कोहरे से उसकी रेलगाडिय़ां लेट हो रही हैं।
महाप्रबंधक विश्वेश चौबे ने कहा कि उत्तर रेलवे बजट 2018-19 में घोषित रेल परियोजनाओं में नई रेल लाइनों में 63 प्रतिशत अधिक आवंटित बजट राशि से लक्ष्य प्राप्त करेंगे। नई रेल लाइनों और दोहरीकरण परियोजनाओं पर कुल 3896.29 करोड़ रूपये होगा वहीं रोड ओवर, अंडर ब्रिज, सीमित ऊंचाई वाले सब वे जैसे सड़क संरक्षा कार्यों का आवंटन 537.48 करोड़ रूपये होगा। नई सिगनल प्रणाली के आवंटन में 93 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि की है। समपारों पर संरक्षा उत्तर रेलवे का प्रमुख विषय है। उन्होंने बताया कि यात्री सेवा क्षेत्र में रेलवे ने रेल उपयोगकर्ता सुविधाओं अर्थात् लिफ्ट और एस्केलेटरों को प्रावधान, फुटओवर ब्रिज, प्लेटफॉर्म की ऊॅचाई बढ़ाना, स्टेशनों पर सॉफ्ट अपग्रेड के आवंटन में वृद्धि की है।
बजट में बाई पास लाइनों के लिए नियोजित सर्वेक्षणों और शहरी भीड.भाड़ को कम करने पर विशेष ध्यान दिया गया है। उत्तर रेलवे ने वर्ष 2017-2018 के दौरान 15841 करोड़ रूपये की कुल मूल आय अर्जित की है जबकिपिछले वर्ष की अवधि में यह आय 15635 करोड़ रूपये थी। रेलवे को पिछले वर्ष के मुकाबले 1010 करोड़ रूपए अधिक 6663 करोड़ रूपए दिए गए हैं। हालांकि दिल्ली के लिए दो मेगा टर्मिनल बनाने के लिए होलम्बी कलां, बिजवासन के लिए कुछ नहीं मिल सका।


