भाजपा के इशारे पर काम कर रही सीबीआई
आम आदमी पार्टी ने आज आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई ने झूठा मुकदमा दर्ज किया है।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने आज आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ सीबीआई ने झूठा मुकदमा दर्ज किया है। सीबीआई के पास कोई ठोस सुबूत नहीं है और मनगढ़ंत आरोप लगाकर सीबीआई आम आदमी पार्टी नेता के खिलाफ काम कर रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्टï्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि सीबीआई का ध्यान सिर्फ इस बात पर है कि आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन को कैसे फंसाया जाए। हाल में सम्पन्न हुए बवाना उपचुनाव के बाद ही ये तमाम हथकंडे अपनाए जा रहे हैं और सरकारी एजेंसी के जरिए विपक्षी दलों को टारगेट किया जा रहा है। पार्टी के विधायक और मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 'सीबीआई ने सत्येंद्र जैन के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया है, सीबीआई के पास कोई भी ठोस दस्तावेज मौजूद नहीं है और सिर्फ आम आदमी पार्टी और दिल्ली सरकार की छवि धूमिल करने के लिए ही सीबीआई एक राजनीतिक हथियार के तौर पर काम कर रही है। केंद्र सरकार की तमाम एजेंसियां सत्येंद्र जैन के परिवार को लगातार परेशान कर रही है।
उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि अभी तक सीबीआई सत्येंद्र जैन के खिलाफ कोई सबूत नही ढूंढ पाई है, सीबीआई को सत्येंद्र जैन के घर से जो मिला उसमें 50 हजार रुपए कैश, 52 ग्राम सोना है, इसके अलावा इनकम टैक्स रिटर्न के कागज, चुनाव आयोग के कागज, हाई कोर्ट में लगाए कागज सीबीआई के अफसर अपने साथ ले गए, उनके घर रखे सरकारी फर्नीचर की लिस्ट बनाकर भी अपने साथ ले गए। आम आदमी पार्टी ने सीबीआई और बीजेपी शासित केंद्र सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि आप उम्मीदवार बनने के बाद अगर सत्येंद्र जैन ने कोई शेयर खरीदा है तो वो बताएं। सत्येंद्र जैन ने मंत्री बनने के बाद शेयर और जमीन की किसी भी प्रकार की कोई खरीद-फरोख्त नहीं की, सीबीआई के पास इस सम्बंध में कोई सुबूत नहीं है।
मंत्री बनने के बाद जब कोई शेयर और जमीन खरीदी और बेची ही नहीं गई तो आय से अधिक सम्पत्ति का कोई मुकदमा बनता ही नहीं है, सीबीआई झूठ बोल रही है। बिना सुबूत के ही जांच एजेंसियां पत्रकारों को बुलाकर उनको फर्जी खबरें देती हैं और आम आदमी पार्टी एंव दिल्ली सरकार के मंत्री को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। वर्ष 2007 से 2011 तक सत्येंद्र जैन ने कुल 51 लाख 40 हजार के शेयर खरीदे थे जब वो आर्किटेक्ट थे। अपनी व्यक्तिगत कमाई से उन्होंने ये सब ख़रीदा था। आम आदमी पार्टी चुनौती देती है कि अगर कोई सबूत है तो कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करे सीबीआई।


