सीबीआई से डीजीपी के आरोपों की जांच करवाई जाए: भाकपा
भाकपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ़ जोगिंदर दयाल ने आज डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के डीजीपी सुरेश अरोड़ा और डीजीपी दिनकर गुप्ता के खिलाफ लगाये गंभीर आरोपों पर चिंता व्यक्त की और मांग की।

चंडीगढ़। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य डॉ़ जोगिंदर दयाल ने आज पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के डीजीपी सुरेश अरोड़ा और डीजीपी दिनकर गुप्ता के खिलाफ लगाये गंभीर आरोपों पर चिंता व्यक्त की और मांग की कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच करवाई जाए।
भाकपा के आज यहां जारी बयान के अनुसार दयाल ऐसे गंभीर मामले पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की उदासीनता दर्शाती है कि वह ड्रग माफिया को समाप्त करने को लेकर गंभीर नहीं हैं।
दयाल ने कहा कि जिन अधिकारियों के नाम लिये गये हैं वह वरिष्ठ अधिकारी हैं और उन्हीं पर ड्रग माफिया समाप्त करने का जिम्मा है।
उन्होंने कहा कि ड्रग माफिया इतना शक्तिशाली है कि न तो दस साल का शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी शासन और न ही कांग्रेस की एक साल पुरानी सरकार इसे तोड़ पाई है।
भाकपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने चुनाव से पहले दावा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनी तो ड्रग माफिया को समाप्त किया जाएगा पर अब तक उसका कोई परिणाम सामने नहीं आया है।
दयाल ने कहा कि भाकपा मानती है कि नशा तस्करों के साथ पुलिस अधिकारियों और राजनीतिज्ञों का गठजोड़ है और वह गठजोड़ इतना शक्तिशाली है कि उसे तोड़ने के लिए स्प्ष्ट इच्छा शक्ति और कटिबद्धता चाहिए।
डॉ़ दयाल ने कहा कि यह विडंबना ही है कि मुख्यमंत्री ने मामले की गहराई में जाने के बजाय इसे पुलिस बल में अनुशासनहीनता की संज्ञा दी।
उन्होंने कहा कि यह भी आश्चर्यजनक है कि जिनके खिलाफ आरोप लगाये गये हैं उन्हीं को जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
डॉ़ दयाल ने कहा कि यह गंभीर मामला है और इसकी जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि जांच होने तक डीजीपी सुरेश अरोड़ा और दिनकर गुप्ता को पद से हटने को कहना चाहिए।


