लालू-राबड़ी के 17 ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी
जमीन के बदले नौकरी दिलाने के आरोप में हुई छापेमारी

पटना। शुक्रवार का दिन लालू परिवार के लिए लालू परिवार के लिए अशुभ रहा । नींद खुलते ही लालू राबरी के 17 ठिकाने पर सीबीआई की टीम छापेमारी करने पहुंची और घंटों तक चली छापेमारी में कई दस्तावेज भी सीबीआई के हाथ लगे।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर रेल मंत्री रहते जमीन के बदले नौकरी दिलाने तथा अनियमितता बरतने के आरोप में सीबीआई के द्वारा छापेमारी की गई ।
छापेमारी के दौरान पटना स्थित 10 सर्कुलर आवास पर राबड़ी देवी और उनके बेटे तेजप्रताप यादव मौजूद थे जहां तेजप्रताप और राबड़ी देवी दोनों से अलग-अलग कमरे में पूछताछ की गई है।
हालांकि राजनीतिक गलियारे इस छापेमारी को लेकर तरह-तरह के चर्चे होने शुरू हो गए। कोई इसे पॉलीटिकल छापेमारी बता रहा है तो कोई सीबीआई की कार्रवाई। चर्चा यह भी है कि नीतीश और तेजस्वी की बढ़ती नजदीकियों को देखते हुए सीबीआई की यह कार्रवाई की गई है। जिस तरह बिहार में महागठबंधन की सरकार के दौरान सीबीआई की छापेमारी हुई और महागठबंधन की सरकार गिर गई थी। उसी तरह आज नीतीश और तेजस्वी की बढ़ती नजदीकियों को देखते हुए केंद्र सरकार के द्वारा यह कार्रवाई की गई है।
यादव के करीबी सुनील कुमार सिंह का कहना है कि 1997 से दर्जनों बार हम इस तरीके की छापेमारी देख चुके हैं। राजद सुप्रीमो व उनके परिवार को सीबीआई से परेशान कराया जा रहा है।


