मोजर बेयर की 354 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में सीबीआई छापा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 354.51 करोड़ रुपये की चपत लगाने के मामले में मोजर बेयर इंडिया लिमिटेड (एमबीआईएल) के खिलाफ मामला दर्ज कर छह स्थानों की

नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को 354.51 करोड़ रुपये की चपत लगाने के मामले में मोजर बेयर इंडिया लिमिटेड (एमबीआईएल) के खिलाफ मामला दर्ज कर छह स्थानों की तलाशी ली और कंपनी के वर्तमान व पूर्व अधिकारियों को दबोचा। सीबीआई के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। जांच एजेंसी के अधिकारी ने बताया कि एमबीआईएल के प्रबंध निदेशक दीपक पुरी, कंपनी में पूर्णकालिक निदेशक उनकी पत्नी नीता पुरी, एमबीआईएल के पूर्व कार्यकारी निदेशक उनके पुत्र रतुल पुरी, निदेशक संजय जैन, विनीत शर्मा और अन्य अज्ञात सरकारी सेवकों व अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और आपराधिक दुर्व्यव्यवहार व आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया है।
अधिकारी ने बताया, "सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के उप महाप्रबंधक मुरली छेत्री की शिकायत पर उनके खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया गया। छेत्री ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपियों ने बैंक के साथ 354.51 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की।"
नीता पुरी मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की बहन हैं और रतुल पुरी कमलनाथ के भांजे हैं।
रतुल पुरी अगस्तावेस्टलैंड मामले में भी जांच के घेरे में हैं। रतुल पुरी पर उनकी कंपनी के जरिए कथित तौर पर रिश्वत लेने का आरोप है।
प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि रतुल पुरी की स्वामित्व वाली कंपनी से जुड़े खातों का उपयोग रिश्वत लेने के लिए किया गया।
अगस्तावेस्टलैंड हेलकॉप्टर डील 3,600 करोड़ रुपये के धनशोधन का मामला है।


