सीबीआई ने तलब किए जायसवाल निक्को कोल ब्लॉक के कागजात
जिले के तमनार ब्लॉक में पूर्व में संचालित जयसवाल निक्को कपंनी के कोल ब्लॉक में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच कर रही सीबीआई टीम ने सभी दस्तावेजों को दिल्ली मंगवाया है

खनिज विभाग के अधिकारी दस्तावेजों को लेकर दिल्ली रवाना
रायगढ़। जिले के तमनार ब्लॉक में पूर्व में संचालित जयसवाल निक्को कपंनी के कोल ब्लॉक में हुई गड़बड़ी को लेकर जांच कर रही सीबीआई टीम ने सभी दस्तावेजों को दिल्ली मंगवाया है। साथ ही साथ खनिज विभाग से आबंटित कोयला खदान की तिथि से लेकर संचालित होने की अंतिम तिथि तक उत्खनन किए गए कोयले का पूरा हिसाब तथा परिवहन किए गए कोयले की पूरी जानकारी दिल्ली तलब की है।
अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि दो दिन पहले ही सीबीआई के दिल्ली मुख्यालय से उपसंचालक खनिज विभाग को इस संबंध में फोन के माध्यम से यह सूचना दी गई थी कि जयसवाल निक्को कपंनी में जो कोयला उत्खनन किया था।
उसकी पूरी जानकारी रॉयल्टी पर्ची सहित दिल्ली लेकर आए, साथ ही साथ जांच टीम ने लगातार संचालित होने वाले कोल ब्लॉक का पूरा ब्यौरा इसलिए दिल्ली मंगवाया है। ताकि हिसाब किताब के अलावा कोयला परिवहन व उत्खनन में कितनी बड़ी गड़बड़ी कंपनी ने की है।
सूत्रों की मानें तो खनिज विभाग की टीम ने लगभग नौ बस्तो में जिनका वजन करीब सौ किलो से ज्यादा है। सभी दस्तावेज ले कर दिल्ली रवाना हो गई है। चुंकि इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों को मंगाने केपीछे जयसवाल निक्को की गड़बड़ी को पकड़ने के लिए हिसाब किताब में मिलान करने का सहारा लिया है।
सीबीआई टीम को जो दस्तावेज रायगढ़ से भेजे जा रहे हैं। उनमें रॉयल्टी पर्ची एंव उत्खनन संबंधी रजिस्टर और परिवहन किए गए कोयले का वह ब्यौरा है, जो कंपनी ने खनिज विभाग को दिया था। मजे की बात यह है कि सरकारी हिसाब किताब में गड़बड़ी तलाशने के पीछे सीबीआई का यह तर्क हो सकता है कि जयसवाल निक्को कंपनी जिस कोयला खदान को संचालित कर रही थी।
उसमें कोयले की बड़ी गड़बड़ी पकड़ने के लिए सरकारी दस्तावेज जरूरी थे। बहरहाल देखना यह है कि रायगढ़ से भेजे जाने वाले दस्तावेजों में भी सीबीआई गड़बड़ी पकड़ पाती है कि नहीं।


