विधानसभा में गूंजा वर्णिका कुंडू का मामला
दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत में जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने चंडीगढ़ के वर्णिका कुंडू के साथ अभद्रता पर वक्तव्य पढ़ना शुरू किया

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन की शुरूआत में जैसे ही विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने चंडीगढ़ के वर्णिका कुंडू के साथ अभद्रता पर वक्तव्य पढ़ना शुरू किया विपक्ष ने सफाई मजदूरों का मुद्दा उठाकर हंगामा शुरू कर दिया और विपक्षी विधायकों को सदन से बाहर करने के बाद स्पीकर रामनिवास गोयल ने हादसे को चिंताजनक बताते कहा कि हाल ही में चण्डीगढ़ में वर्णिका कुंडू के साथ अभद्रता का प्रयास किया गया। चण्डीगढ़ जैसे महानगर में इस तरह की घटना महिला सुरक्षा व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है।
स्पीकर ने कहा कि घटना व्यवस्था पर बहुत बड़ा सवाल खड़ा करती है। इसके बावजूद जिस तरह से वर्णिका ने इस पूरे मामले मे संघर्ष का जो रास्ता अपनाया है, वह सराहनीय है। दोषी कोई भी हो, उसे सजा मिलनी ही चाहिए तथा पुलिस को निष्पक्ष ढंग़ से इस पूरे मामले की जांच करनी चाहिए। इस तरह की
घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए दोषियों को घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए दोषियों को कड़ी सजा देना बहुत जरूरी है। इससे पहले आम आदमी पार्टी के सभी विधायक आज अपनी अपनी शर्ट पर 'वी स्टैंड विद वर्णिका’की छोटी-छोटी तख्तियां लगाकर आए थे।
जवाब में विपक्ष के विधायकों ने इसी तरह की तख्तियों में लिखा हुआ था कि 'दलितों का दमन रोको’। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार दलित विरोधी है। विपक्ष को विधान सभा में तीन सीवर मजदूरों की दु:खद मृत्यु पर काम रोको प्रस्ताव लाने से रोका गया जबकि वर्णिका कुंडू का मामला विषय सूची में सदन में सबसे अंत पर था, लेकिन विपक्ष के प्रस्ताव से बचने के लिए उसे सबसे पहले ले लिया गया और विपक्ष की आवाज दबाने के लिए भाजपा विधायकों को मार्शलों द्वारा सदन से बाहर किया गया।इससे पहले सदन की शुरुआत में स्पीकर रामनिवास गोयल ने रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने पर उन्हें बधाई दी तो महिला क्रिकेट टीम के प्रदर्शन व लंदन पैरा ओलंपिक विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन के लिए खिलाडिय़ों का कोच की भूरि-भूरि प्रशंसा की।


