ग्रेनो व यमुना में 106 बिल्डरों के खिलाफ दर्ज होगा केस
एक समय शासन तक की पहुंच का धौंस जमाने वाले बिल्डरों के अब बुरे दिन शुरू हो गए है
ग्रेटर नोएडा। एक समय शासन तक की पहुंच का धौंस जमाने वाले बिल्डरों के अब बुरे दिन शुरू हो गए है। ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण अब ऐसे बिल्डरों को जेल की हवा खिलाने की तैयारी शुरू कर दी है। दोनों प्राधिकरण में 106 बिल्डरों के खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी शुरू हो गई।
चेयरमैन डा. प्रभात कुमार ने विधि विभाग को लगा दिया कि बकाया किस्त का भुगतान न करने वाले और बायर्स को निर्धारित समय से फ्लैट पर कब्जा न देने पर इनके खिलाफ आचार संहिता की किस-किस धारा के तहत मामला दर्ज हो सकता है। विधिक राय लेने के बाद बिल्डरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा।
ग्रेटर नोएडा व यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण में बिल्डरों को 2008 से सैकड़ों बिल्डरों भूखंड को आबंटित किया गया था। बिल्डरों ने भूखंड आबंटित होने के साथ बुकिंग शुरू कर दी थी। ज्यादातर बिल्डरों ने फ्लैट की बुकिंग कर ली है। फ्लैट खरीददारों से 90 फीसदी से ज्यादा किस्त भी वसूल लिया है। इसके बाद भी फ्लैट खरीददारों को कब्जा कब मिलेगा इसका कोई पता नहीं है। फ्लैट पर कब्जा देने की मांग को लेकर बायर्स लगातार आंदोलन कर रहे हैं। खास बात यह है कि बायर्स से किस्त लेने के बाद बिल्डर प्राधिकरण के बकाया किस्त का भुगतान नहीं कर रहे हैं।


