अवसंरचना पर पूंजीगत व्यय 5 साल में तिगुना : मंत्री
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि अवसंरचनाओं के निर्माण के लिए निवेश करना सरकार के लिए कोई बाधा नहीं है और पिछले 5 सालों में इनमें पूंजीगत व्यय तीन गुना बढ़ा है

नई दिल्ली। रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि अवसंरचनाओं के निर्माण के लिए निवेश करना सरकार के लिए कोई बाधा नहीं है और पिछले 5 सालों में इनमें पूंजीगत व्यय तीन गुना बढ़ा है। ईटी वैश्विक शिखर सम्मेलन में यहां अवसंरचना विकास के टिकाऊ भविष्य पर बोलते हुए गोयल ने कहा कि राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) सरकार रेलवे के आधुनिकीकरण, सुरक्षा और सुविधाओं पर खर्च में वृद्धि की है।
एक बयान में गोयल के हवाले से कहा गया, "हमारी सरकार का ध्यान अतीत में किस तरह से चीजें की गईं, इसके बजाय बेहतर भविष्य, बेहतर कल मुहैया कराने पर है।"
उन्होंने कहा, "जब अवसंरचना की स्थापना करनी हो तो निवेश कोई बाधा नहीं है।"
उन्होंने कहा, "पांच साल पहले की तुलना में पूंजीगत व्यय तीन गुना बढ़ा है और रेलवे पर किया जानेवाला सालाना पूंजीगत व्यय 22-23 अरब डॉलर है।"
मंत्री का कहना था कि रेलवे में हो रही दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण 100 साल पुराना सिग्नल प्रणाली है।
उन्होंने कहा, "जब सरकार ने इसे बदलने का फैसला लिया तो हमने दुनिया का सबसे बेहतर और सबसे नवीनतम प्रणाली को चुना और देश भर में इसे लगाया जा रहा है।"
उन्होंने यह भी कहा कि भारत में पिछले तीन सालों में 80 करोड़ एलईडी बल्ब की बिक्री हुई है, जिससे उपभोक्ताओं को सालाना 6 अरब डॉलर के बिजली बिल का बचत करने में सक्षम हुए हैं।


