रात में बार बन जाते हैं कॉल सेंटर
बिजली विभाग के कॉल सेंटर में ठेकेदार के लाइनमैन नशे में रहते
बिजली विभाग के ठेका कर्मी नशे में रहते हैं धुत्त
बिलासपुर। बिजली विभाग के कॉल सेंटर में ठेकेदार के लाइनमैन नशे में रहते हैं जिसके कारण कॉल सेंटर में शिकायत आने पर लाइन ठीक करने नहीं पहुंचते हैं। शिकायतें के बाद भी लाइनमेन कॉल सेंटरों में बैठे रहते हैं। रात में कॉल सेंटरों में शराबखोरी होती है। वे उपभोक्ताओं से ठीक से बात भी नहीं करते हैं। जबकि बिजली विभाग ने शहर की बिजली व्यवस्था ठीक रखने के लिए करोड़ों में ठेका दिया है। मगर व्यवस्था ठेकेदार द्वारा दुरूस्त नहीं की जाती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बिजली विभाग के कॉल सेंटर में लाइनमैन अक्सर रात में नशे के हालत में रहते हैं। ये बिजली उपभोक्ताओं से अभद्रता करते हैं। शिकायतों पर लाइनमैन घण्टों नहीं पहुंचते जिसके कारण उन क्षेत्र की बिजली गुल रहती है। रात के समय कॉल सेंटर बार बन जाती है। रात में लाइनमैन जमकर शराबखोरी होती है। बिजली विभाग ने शहर की बिजली व्यवस्था ठीक रखने चार काल सेंटर खोले हैं। कॉल सेंटरों को ठेकेदार द्वारा ठेके में संचालित किया जा रहा है। लाइनमैन व अन्य ठेका कर्मचारी फोन को बीजी करके रखते है। जिसके कारण उपभोक्ताओं को शिकायत करने कॉल सेंटर जाना पड़ता है। जबकि बिजली व्यवस्था को दुरूस्त रखने बिजली विभाग करोड़ों रूपए खर्च करता है परंतु उपभोक्ताओं को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
उपभोक्ता बिजली व्यवस्था को ठीक कराने भटकते रहते हैं। काल सेंटरों में उपभोक्ताओं और ठेकेदारों के कर्मचारियों से विवाद तक होता रहता है। बिजली विभाग ठेकेदार के कार्य पर नजर नहीं रहे हैं। अधिकारी प्रतिमाह लाखों का बिल पास करते हैं मगर उपभोक्ताओं को ठेकेदार राहत नहीं दे पा रहे हैं। ठेकेदार की शिकायत किए जाने पर भी कार्रवाई नहीं होती जबकि उपभोक्ता बिजली विभाग में ठेकेदार के कर्मचारियों के खिलाफ कई बार शिकायत कर चुके हैं। उसके बाद भी अधिकारी उनके ऊपर कार्रवाई नहीं करते।


