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CAG की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस और भाजपा में बहस

मध्यप्रदेश विधानसभा में आज नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर चर्चा को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों के बीच बहस हो गयी।

CAG की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस और भाजपा में बहस
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भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट पर चर्चा को लेकर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्यों के बीच बहस हो गयी।

वित्त वर्ष 2017-18 के बजट पर सामान्य चर्चा के दौरान यह बहस हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक मुकेश नायक ने आज चर्चा की शुरुआत की। उन्होंने सीएजी रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि 68 सिंचाई परियोजनाएं अपूर्ण हैं, जिससे 14 करोड़ रुपए से अधिक बर्बाद हुए हैं। उनके इस आरोप पर वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार ने आपत्ति लेते हुए कहा कि इसे गलती नहीं कह सकते।

जब लोक लेखा समिति में आने के बाद रिपोर्ट आएगी तब उसकी बात करें। वित्त मंत्री जयंत मलैया ने भी डॉ शेजवार का समर्थन करते हुए कहा कि यह सीएजी का अवलोकन है, लेकिन अंतिम नहीं है। मंत्रीद्वय के कथनों पर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ गोविंद सिंह ने भी चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि 13 साल से सीएजी की रिपोर्ट पर चर्चा क्यों नहीं कराई।

उन्होंने चुनौती भरे अंदाज में कहा कि अगर सरकार में हिम्मत है तो चर्चा कराए। नायक ने भी रिपोर्ट पर चर्चा कराने की मांग करते हुए कहा कि वे रिपोर्ट पर नहीं उसके अवलोकन पर तो चर्चा कर सकते हैं। बजट पर सामान्य चर्चा में भाग लेते हुए डॉ गोविंद सिंह ने भी सरकार पर प्रहार किए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत आय राष्ट्रीय स्तर से 40 हजार रुपए कम है, तो हम विकसित राज्य कैसे हैं। प्रदेश में सिर्फ घोषणाएं होती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि 220 में से 60 सड़कें केवल सीहोर जिले को दे दी गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रदेश को और कर्जा नहीं लेने की चेतावनी दी है। चर्चा में भाजपा के गिरीश गौतम ने भी भाग लेते हुए प्रदेश सरकार के कार्यों को गिनाया और कहा कि विपक्ष को विकास कार्य दिखाई नहीं देते।


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