पिथौरा से कसडोल मार्ग बदतर
विधानसभा क्षेत्र कसडोल को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पिथौरा कसडोल मार्ग इन दिनों बदहाली का आंसू बहा रहा है

पिथौरा। विधानसभा क्षेत्र कसडोल को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क पिथौरा कसडोल मार्ग इन दिनों बदहाली का आंसू बहा रहा है। पिथौरा से कसडोल का मार्ग की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है। इस सड़क के मरम्मत की ओर न तो कोई अधिकारी कर्मचारी और न ही कोई नेता या मंत्री ध्यान दे रहे हैं।
सड़क मार्ग में चलने वाले चार पहिया तथा दुपहिया वाहन चालक सहमे-सहमे अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। रोड की हालत इतनी ज्यादा खराब हो चुकी है कि पैदल यात्रीयो भी को चलना भी दूभर हो गया है। सड़क के बीचो बीच दोनों और बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। जिससे हमेशा ही हादसे का भय बना रहता है।
बया से नवगांव-कोठारी जो की बीहड़ जंगलों का रास्ता है तथा पहाड़ के रास्ते को पार करके जाना होता है उक्त मार्ग में बड़े बड़े गड्ढे हो जाने से कभी भी वाहन के टायर खराब होने की संभावना बनी रहती है। और हमेशा यह होता भी है कि वाहनों का टायर बीच रास्ते में खराब हो जाता है लिहाजा यात्रियों के समक्ष जंगल के बीच में गंभीर स्थिति निर्मित हो जाती है।
तीन वर्ष पूर्व बना था मार्ग ठेकेदार उदासीन
लगभग 3 वर्ष पूर्व लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाए गए इस मार्ग का निर्माण के बाद से अभी तक ठेकेदार ने सुध नहीं ली है। बताया जाता है कि ठेकेदार कोई भी रोड बनाता है तो उसके 5 वर्ष तक देखरेख एवं रिपेयरिंग की जिम्मेदारी होती है। लेकिन यहां सब कुछ बेमानी साबित हो रहा है।
बया क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो को रोज जाना होता है ब्लाक मुख्यालय
बया क्षेत्र के पंच-सरपंच व जनप्रतिनिधि प्रतिदिन ब्लॉक मुख्यालय कसडोल को भी ईसी मार्ग से आना जाना करते हैं लेकिन बदहाल सड़क होने के कारण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को बया से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कसडोल को जाने में 2 से 3 घंटे का समय लग जाता है। इस तरह से कोई व्यक्ति सुबह जाकर अपना काम निपटाकर जल्दी आना चाहे तो वह चाहकर भी नहीं आ सकता। इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में भी दिनों दिन आक्रोश बढ़ता दिख रहा है।
न्यायधानी बिलासपुर का प्रमुख मार्ग भी है
बिलाईगढ़ विधानसभा से कसडोल विधानसभा को जोड़ने वाला इस मुख्य मार्ग से न्यायधानी बिलासपुर का भी रास्ता बना हुआ है। मार्ग के खराब होने से पिथौरा क्षेत्र के लोगों को पिथौरा से बसना बिलाईगढ़ होकर लगभग डेढ़ से दो सौ किलोमीटर तक का सफर करना पड़ता है। जबकि इस रोड की स्थिति सही होती तो लोगों को 125 किलोमीटर में न्यायधानी पहुँचा जा सकता है।जिससे लोगो को दुरी के साथ साथ समय की भी बचत होती।
ग्रामीणों में बढ़ रहा आक्रोश
इस क्षेत्र में निवासरत ग्रामीणों का कहना है कि अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों को चकाचक करने की दिशा में सरकार ध्यान दे रही है जबकि यह मुख्यमार्ग है। हमेशा ही सैकड़ों गाड़ियों का आना जाना लगा रहता है। मार्ग के खराब होने से क्षेत्र के लोगों में आक्रोश का माहौल भी देखा जा रहा है। बहरहाल इस सड़क प्रति विभाग की बेरुखी से के यह सड़क बंद हो जाएगी ऐसी सम्भावना बलवती होते जा रही है।
मुख्य पर्यटक मार्ग भी है
पिथौरा से नौगांव कोठारी होते हुए बार नयापारा तथा सोनाखान व गिरोधपुरी जाने के लिए भी इस मार्ग का उपयोग किया जाता है पर्यटन के दृष्टि से यह मार्ग अति महत्वपूर्ण है लेकिन जर्जर होने के कारण लोग इस मार्ग से आने जाने में कतराने लगे हैं लिहाजा छत्तीसगढ़ शासन का पर्यटन का व्यवसाय भी कम होता दिख रहा है।


