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सीएए आंदोलन ‘सबसे बड़ा दुषप्रचार अभियान’ : बीएल संतोष

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने नागरिकता कानून के विरोध में चल रहे आंदोलनों को विपक्ष, वामपंथियों और कथित बुद्धजीवियों की मदद से चलाया जा रहा ‘सबसे बड़ा दुष्प्रचार अभियान’ बताया है

सीएए आंदोलन ‘सबसे बड़ा दुषप्रचार अभियान’ : बीएल संतोष
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मैसुरु। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने नागरिकता (संशोधन) कानून (सीएए)के विरोध में चल रहे आंदोलनों को विपक्ष, वामपंथियों और कथित बुद्धजीवियों की मदद से चलाया जा रहा ‘सबसे बड़ा दुष्प्रचार अभियान’ बताया है।

पार्टी कार्यकर्ताओं को शुक्रवार को यहां संबोधित करते हुए श्री संतोष ने कहा सीएए के खिलाफ अभियान चला रहे नेता इस देश के अल्पसंख्यकों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। लोगों ने एक तगड़ा नेटवर्क बनाया है जोकि शहर के स्थानीय जगहों और मीडिया के संपादकीय में श्रृंखलाबद्ध प्रदर्शनों के माध्यम से देखा जा सकता है। लेकिन भाजपा ने इसके खिलाफ निर्णय लेने का फैसला किया है और उसे इससे उबरने का पूरा भरोसा है।

श्री संतोष ने कहा, “सीएए भारत में पैदा हुए और पले-बढ़े लोगों के लिए नहीं है बल्कि यह पाकिस्तान, बंगलापदेश और अफगानिस्तान से आए धार्मिक रूप से प्रताड़ित लोगों को नागरिकता देने का कानून है। यह संवैधानिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दायित्व लिए है और इससे भारत के मुस्लिमों या अन्य अल्पसंख्यक समूहों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। भारत के अल्पसंख्यकों की रक्षा हमेशा से की गयी है और धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। अल्पसंख्यकों के व्यक्तिगत विकास की सीमा है और यह इस बात का सबूत है कि फिल्म जगत से लेकर खेल और राजनीति जैसे कई क्षेत्रों में उन्होंने सफलता हासिल की है।”

उन्होंने कहा, “ सीएए को लेकर चल रहे निरंतर दुष्प्रचार अभियान ने देश के अल्पसंख्यकों के मन में एक डर पैदा कर दिया है कि सरकार उनकी नागरिकता, राशन कार्ड, आधार कार्ड आदि को छीन लेगी। लेकिन सच बहुत दिनों तक नहीं छुप सकता।” भाजपा नेता ने कहा कि पिछली सरकारों ने नागरिकता देने के मुद्दे को लटकाए रखा जिससे यह समस्या और बढ़ी लेकिन भाजपा ने इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश की। भाजपा इसी तरह आर्थिक मुद्दों को बधित करने वाले कावेरी और महादायी नदी विवाद तथा कई अन्य मुद्दों को भी अगले पांच सालों में सुलझाने का प्रयास करेगी।


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