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चार जून आते-आते इंडी गठबंधन टूटने की तैयारी में होगा : शहजाद पूनावाला

देश में लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि, एक जून को सातवें चरण का चुनाव अभी होना बाकी है

चार जून आते-आते इंडी गठबंधन टूटने की तैयारी में होगा : शहजाद पूनावाला
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नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव के छह चरण पूरे हो चुके हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। हालांकि, एक जून को सातवें चरण का चुनाव अभी होना बाकी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने बिहार में राहुल गांधी की सभा में मंच टूटने पर प्रतिक्रिया दी।

शहजाद पूनावाला ने कहा कि छह फेज (चरण) की वोटिंग हो चुकी है। अब राहुल गांधी मंच पर चढ़े और मंच टूट गया। ऐसा लगता है चार जून आते-आते इंडी गठबंधन टूटने की तैयारी में है।

सीएम ममता बनर्जी पहले कह रही थीं कि आउट साइड सपोर्ट देंगे, लेकिन इंडिया गठबंधन के लिए अब तो वो आउटसाइड सपोर्ट वाली स्थिति भी नहीं लग रही हैं।

अब तो ममता बनर्जी कह रही हैं कि एक जून की जो मीटिंग है, उसमें वो नहीं जाएंगी। वह कहती हैं कि कांग्रेस पार्टी के लोग अन्य लोगों से पैसा लेकर मेरे खिलाफ कैंपेनिंग कर रहे हैं। ये कैसा गठबंधन है। मंच भी टूटता जा रहा है और गठबंधन भी।

उन्होंने कहा, जो लोग पांचवें और छठे फेज में दोस्त थे वो सातवां फेज आते-आते दुश्मनी कर बैठे। जो दोस्ती दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की चल रही थी, पंजाब के फेज आते-आते वे दुश्मनी में तब्दील हो चुकी है। दोनों एक दूसरे को गालियां दे रहे हैं।

बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और कांग्रेस का तो चलता ही रहता है। केरल में भी कांग्रेस और लेफ्ट पार्टी का लंबा झगड़ा चलता रहा। ये पूरा गठबंधन फ्रेंडशिप विद बेनिफिट वाला है।

मिशन कोई नहीं है, केवल सिचुएशन के आधार पर फ्रेंडशिप करनी है। अब जैसे पता चल रहा है कि न जीत मिलने वाली है और न सरकार बनने वाली है, पहले आउटसाइड सपोर्ट फिर नो सपोर्ट, नो मीटिंग। यही इनका असली चरित्र है।


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