बिहार में उपचुनाव से भाजपा ने दिए भविष्य की रणनीति के संकेत, फिर से अनुभवी नेताओं को तरजीह
बिहार में दो विधानसभा क्षेत्रों गोपालगंज और मोकामा में हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जिस रणनीति को लेकर आगे बढ़ रही है

पटना। बिहार में दो विधानसभा क्षेत्रों गोपालगंज और मोकामा में हो रहे उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जिस रणनीति को लेकर आगे बढ़ रही है, उससे पार्टी ने भविष्य में पार्टी में बड़े बदलाव के संकेत भी दिए हैं। इस बीच, कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि पार्टी बिहार में नेतृत्व परिवर्तन भी कर सकती है। नीतीश कुमार के अलग होने के बाद भाजपा सत्ता से दूर हो गई है, अब भाजपा अनुभवी और नए युवा चेहरों के जरिए बिहार में अपने दम पर सरकार बनाने की रणनीति बनाने के संकेत दिए हैं। बिहार विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के दौरान भाजपा ने अपनी आगामी रणनीति के संकेत दिए हैं। राज्य में गोपालगंज और मोकामा की सीटों के लिए चुनाव की प्रक्रिया जारी है। दोनों सीटों पर तीन नवंबर को मतदान होना है। इस चुनाव के लिए भाजपा ने स्टार प्रचारकों की जो सूची जारी की है, वह सामान्य नहीं है। इसमें भविष्य की रणनीति के स्पष्ट संकेत हैं। भाजपा ने इस स्टार प्रचारकों की सूची में अनुभवी और युवा चेहरों के तालमेल बनाने की कोशिश की है।
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के चुनाव में एनडीए में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बाद भाजपा ने प्रदेश स्तर पर व्यापक बदलाव किए थे। बिहार भाजपा के शीर्ष चेहरों को दूसरी जिम्मेदारियां देकर नए लोगों को आगे बढ़ाया गया। लेकिन, यह प्रयोग बहुत अधिक कामयाब नहीं माना जा रहा है। बिहार में जहां जदयू के साथ भाजपा का गठबंधन टूट गया, वहीं कार्यकर्ताओं की नाराजगी भी पार्टी से बढ़ती चली गई।
भाजपा ने इन दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में ऐसे तो 40 नाम हैं, लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के बाद दूसरा नाम राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी का है। इसके अलावे इस सूची में नंदकिशोर यादव और प्रेम कुमार के भी नाम हैं कि जो विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी से दूर थे। इस सूची में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय और गिरिराज सिंह का भी नाम है।
वैसे, यह भी गौर करने वाली बात है कि भाजपा ने बिहार विधानसभा के उपचुनावों के लिए स्टार प्रचारकों की सूची ऐसे समय में जारी की है, जब बिहार प्रभारी विनोद तावड़े राज्य के पहले दौरे पर हैं। तावड़े ने अपने दौरे के क्रम में मुजफ्फरपुर भी गए और पटना में प्रमंडलवार भाजपा के नेताओं के साथ बैठक कर फीडबैक लिया है।
भाजपा सूत्र कहते हैं कि भाजपा नेतृत्व बिहार में अब अनुभवी और युवा के जरिए आगे बढ़ने की रणनीति बनाई है। यही कारण है कि अनुभवी नेताओं को एकबार फिर से भरोसा जताया है।
बिहार की मोकामा सीट से भाजपा ने बाहुबली नेता ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी को अपना प्रत्याशी बनाया है। सोनम देवी का मुकाबला राजद की प्रत्याशी नीलम देवी से है। नीलम देवी राजद के बाहुबली विधायक अनंत सिंह की पत्नी हैं। एक मामले में अनंत सिंह के सजायाफ्ता होने के बाद उनकी विधायकी चली गई और मोकामा सीट खाली हो गई।
वहीं गोपालगंज से भाजपा की उम्मीवार कुसुम देवी हैं। कुसम देवी दिवंगत सुभाष सिंह की पत्नी हैं। उनका मुकाबला राजद के मोहन गुप्ता से है। भाजपा के विधायक रहे सुभाष सिंह के निधन से गोपालगंज सीट खाली हो गई।


