भसीन समूह के खिलाफ खरीदारों ने खोला मोर्चा
बिल्डर से परेशान खरीदारों ने रविवार को सेक्टर-143बी स्थित फेस्टिवल सिटी में प्रदर्शन किया

नोएडा। बिल्डर से परेशान खरीदारों ने रविवार को सेक्टर-143बी स्थित फेस्टिवल सिटी में प्रदर्शन किया। खरीदारों ने बिल्डर, प्राधिकरण व सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए घर दिलाने की मांग की। बायर्स का आरोप है कि भसीन समूह ने प्राधिकरण के साथ मिलकर ग्यारह सौ से ज्यादा निवेशकों के साथ ठगी की है।
बायर्स का पैसा हड़प लिया गया। इनका पैसा डायवर्ट किया गया। जिसका उदाहरण ग्रेटर नोएडा में बना ग्रांड वेनिस माल है। जिसमे बिल्डर ने पार्क की जमीन पर हजारों करोड़ का माल बना दिया।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने बताया कि बुकिंग के समय निवेशकों से बिल्डर ने वादा किया था कि वह इन्सयोर रिटर्न देगा। लेकिन हकीकत इससे कोसो दूर है। फैस्टिवल सिटी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव निझावन ने बताया नोएडा प्राधिकरण ने 2008 में आनन्द इंफोएज प्रा.लि. को 25 एकड़ का आई टी/ आईटीईएस प्लांट अलाट किया। 2012 में कंपनी ने आनंद इंफोएज के नाम नक्शा पास कराया।
उक्त कंपनी ने में. आनंद इंफोएज की जगह एक नई कंपनी मै. मिस्ट एवेन्यू प्रालि. बनाकर इसी के नाम से प्रोजेक्ट यूनिट्स की बिक्री आरम्भ कर दी। 2012-15 के बीच मे लगभग 1100 यूनिट्स को बेच दिया। प्राधिकरण के अलाटमेंट पत्र व रजिस्टर्ड लीज डीड की शर्तों के अनुसार यह बिक्री केवल आनंद इंफोएज प्रालि. के नाम से ही करनी थी न कि मिस्ट एवेन्यू कंपनी के नाम। यही नहीं बीबीए में दिखाया कि मिस्ट एवेन्यू कंपनी ने सभी तरह के जरूरी स्वीकृति नोएडा प्राधिकरण से ले ली है। मामला यही नहीं रूका जुलाई 2017 में यूपी रेरा में जरूरी रजिस्ट्रेशन कंपनी ने एक नई शैल कंपनी मिस्ट डाइरेक्ट सेल्स प्रालि. नाम कराया।
मरम्मत के नाम पर निवेशकों को ठग रहा बिल्डर, किया प्रदर्शन
मरम्मत के मुद्दे को लेकर सेक्टर-78 स्थित हाईड पार्क सोसाइटी के गुस्साएं एवं हताश निवासियों ने आईआईटीएल निंबस बिल्डर की मनमानियों के विरोध में रविवार को कलब हाऊस एवं पजेशन ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया।
निवासियों का आरोप है कि बिल्डर को अनर्गल मेनटैनेस चार्ज देने के बावजूद बहुत ही निम्न स्तर का रखरखाव किया जा रहा है। बहुत सारी समस्याओं को बिल्डर की तरफ से सुलझाने की कोई कोशिश नहीं कि गई। इसको लेकर प्राधिकरण से भी शिकायत की जा चुकी है। लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। निवासियों ने आरोप लगाया कि क्लब हाउस का हालत बद से बत्तर हो चुकी है।
लिफ्ट कई महीनों से खराब है, जो चल रही उनका निरिक्षर नहीं किया गया। सेंट्रल पार्क में हरित पट्टी गायब हो चुकी है। फ्लैटों का पूरा पैस जमा होने के बाद रजिस्ट्री नहीं की गई। बिल्डर द्वारा सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर कोई प्रतिक्रिया नही मिल रही है।
सिक्योरटी मनी तक वापस नहीं की गई। बैटरी व बिजली से चलने वाले सारे वाहन रखरखाव सही न होने के कारण खराब है। यही नहीं पार्क एवं अन्य कॉमन एरिया में रात्रि में लाइट की व्यवस्था भी लचर हैं। बेसमेंट पार्किंग में सीलिंग की समस्या हैं। बैरियर काम नहीं कर रहे।
पानी में टीडीएस की मात्रा बहुत अधिक है। कई बार तो यह 1600 के पार हो जाती हैं। निवासियों की इन समस्याओं को दरकिनार करके बिल्डर द्वारा बहुत ज्यादा चार्ज लिया जा रहा है। निवासियों ने बिल्डर मैनेजमेंट के साथ मिटिंग की। लेकिन बिल्डर किसी भी प्रकार के समाधान के लिए तैयार नही है। ऐसे में रविवार को दर्जनो निवासियों ने प्रदर्शन किया। साथ ही मिलने की कोशिश की तो उनको अंदर जाने नहीं दिया गया।
रिड्स रेजीडेंसी के खिलाफ क्यो नहीं हो रही कार्रवाई
पजेशन की मांग को लेकर रविवार को सेक्टर-135 स्थित रिड्स रेजीडेंसी के बायर्स ने थाना एक्सप्रेस-वे परिसर में प्रदर्शन किया। बायर्स ने अरोप लगाया कि आठ साल बीत चुके है। बायर्स 90 से लेकर 100 प्रतिशत तक पैसा बिल्डर के खाते में जमा कर चुके है। कुछ बायर्स को पजेशन भी मिल चुका है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में वह अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे है।
बिल्डर के खिलाफ बायर्स ने पहले ही मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि बिल्डर के खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई। यही नहीं बिल्डर ने बायर्स का पैसा भी डायवर्ट कर दिया।
दो साल से काम बंद पड़ा है। ऐसे में हम करे भी क्या। बिल्डर सामने नहीं आ रहा और पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर रही।


