नकदी में कारोबार करना आसान नहीं: जेटली
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नवंबर 2016 में उठाए गए नोटबंदी के कदम के तीन विशिष्ट लाभ रहे हैं
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार द्वारा नवंबर 2016 में उठाए गए नोटबंदी के कदम के तीन विशिष्ट लाभ रहे हैं। जेटली ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार के तीन वर्ष पूरे होने के मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा,"नोटबंदी से तीन प्रमुख लाभ हुए हैं।
पहला, डिजिटिलीकरण की तरफ रूझान बढ़ा है। करदाताओं की संख्या बढ़ी है और एक संदेश गया है कि अब नकदी में कारोबार करना आसान नहीं है।"उन्होंने कहा कि ये सभी कदम 'ऑपरेशन क्लीन मनी' के तहत उठाए गए। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अमल में आने से देश की अर्थव्यवस्था पर किसी प्रकार का प्रभाव नहीं पड़ेगा।
जेटली ने आज यहां अपने मंत्रालय के तीन वर्ष के काम-काज का लेखा-जोखा संवाददाता सम्मेलन में रखते हुए कहा कि पिछले तीन वर्ष के दौरान समूचे विश्व की अर्थव्यवस्था के दौरान चुनौतियां रही।
केन्द्र की मोदी सरकार ने अपने तीन वर्ष के कार्यकाल के दौरान निवेशकों का भरोसा बहाल करने में सफलता पाई। सरकार को कड़े फैसले लेने वाली बताते हुए जेटली ने कहा,“हमे विरासत में कमजोर विश्वनीयता वाली परिस्थितियां मिली थी। इसके पीछे मुख्य कारण पिछली सरकार में भ्रष्टाचार और निर्णय लेने की शिथिलता थी।
मोदी सरकार ने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की दिशा में बड़े सुधार किये और इसके परिणाम मिले। सरकार ने भ्रष्टाचार वाली व्यवस्था को खत्म करने की दिशा में कदम उठाये जिससे हमारी अर्थव्यवस्था की साख मजबूत हुई
।” उन्होंने कहा,“ तीन साल पहले देश में निर्णय लेने वाली सरकार नहीं थी। हमारी सरकार कठिन फैसले लेने में कतई हिचक नहीं रही है। इससे विश्व में सकारात्मक संदेश गया और दुनिया में भारत की साख मजबूत हुई।” वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी लागू करने से अर्थव्यवस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा। एक जुलाई से जीएसटी लागू करने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए जेटली ने कहा कि जीएसटी दरों में विभिन्नता को लेकर मीडिया के जरिये किये जा रहे प्रचार से जीएसटी परिषद के निर्णय पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ने वाला है।


