जर्जर सड़क के कारण बसों का परिचालन बंद
जिले के सबसे बड़े विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों की ओर जाने वाली सड़कों की दशा दिनों-दिन बढ़ती जा रही

कोरबा-कोरबी-चोटिया। जिले के सबसे बड़े विकासखण्ड पोड़ी उपरोड़ा के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों की ओर जाने वाली सड़कों की दशा दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। आलम यह है कि सड़क नाम की कोई चीज यहां नहीं रह गई और बस मालिकों ने भी इस क्षेत्र में यात्री परिवहन फिलहाल बंद रखा है। ग्राम कोरबी से घोंसरा 25 किमी दूर का सफर तय करना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। पैदल से लेकर दुपहिया और चार पहिया वाहन का चलना भी दूभर हो गया है।
इस बरसात रूट पर चलने वाली 5 बसों को उनके मालिकों ने किसी तरह का रिस्क लेने के बजाय बंद कर दिया है। सिर्फ 3 यात्री बस इस रूट पर चलाये जा रहे हैं। हेमंत सर्विस की 2 व शर्मा सर्विस की 1 बस चल रही है। शर्मा बस सर्विस के संचालक पप्पू ने बताया कि वे मजबूरी में ही सही क्षेत्रवासियों की एक तरह से सेवा कर रहे हैं।
ग्राम पंचायत घोसरा, सिमगा, रानी अटारी, जामकछार, छिंदिया, सिरमिना के जनप्रतिनिधियों का सहयोग मिले तो सहयोग बनने में कोई देर नहीं लगेगी किन्तु उदासीनता के कारण न तो क्षेत्र का विकास हो रहा है और न समस्याओं का निराकरण। ग्रामीणों की मानें तो किसी भी विभाग ने इस सड़क की ओर झांका नहीं है। गांवों में राशन सामाग्री ले जाना, पंचायतों के गोदाम में पीडीएस की सामाग्री पहुंचाना काफी मुश्किल भरा काम हो गया है।
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के उपयंत्री एचएन शर्मा का कहना है यह मार्ग अब प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में चले जाने से उनके वश की बात नहीं रह गई है।


