बस के मार्शल और कंडक्टर ने बच्ची को अपहरण से बचाया
राजधानी की एक बस के कंडक्टर और उसमें तैनात मार्शल ने साहस अौर सूझ-बूझ का परिचय देते हुए एक चार वर्ष की बच्ची का अपहरण होने से रोक दिया

नई दिल्ली। राजधानी की एक बस के कंडक्टर और उसमें तैनात मार्शल ने साहस और सूझ-बूझ का परिचय देते हुए एक चार वर्ष की बच्ची का अपहरण होने से रोक दिया।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने गुरुवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। श्री गहलोत ने बताया कि बुधवार सुबह पालम इलाके में रूट नंबर 728 की बस में मार्शल अरुण और कंडक्टर वीरेन्द्र ने देखा कि बस में एक बच्ची रो रही है। बच्ची को रोता हुआ देख अरुण को एक अज्ञात व्यक्ति पर संदेह हुआ। अरुण ने बस कंडक्टर वीरेन्द्र को सतर्क कर चालक को बस के दोनों दरवाजे बंद करने के लिए कहा। इस तरह बच्ची को अपहरणकर्ता के चंगुल से बचाया।
परिवहन मंत्री ने कहा, “ हमसे अक्सर बस मार्शलों की नियुक्ति को लेकर सवाल पूछे जाते हैं। मैं आप लोगों से इस घटना को साझा करते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि बसों में मार्शलाें की नियुक्ति करने का हमारा उद्देश्य पूरा हो गया है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, “ मुझे बस के मार्शल अरुण और कंडक्टर वीरेन्द्र पर तथा उनकी बहादुरी पर गर्व है।”
दिल्ली सरकार अरुण और वीरेन्द्र दोनों को सम्मानित करेगी।


