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चारों तरफ बरसी राख, अंधड़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त

नवतपा शुरू होने के बाद से ऊर्जाधानी में मौसम का मिजाज शाम होने के साथ कुछ नर्म पड़ने लगा था......

चारों तरफ बरसी राख, अंधड़ से जनजीवन अस्त-व्यस्त
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कोरबा। नवतपा शुरू होने के बाद से ऊर्जाधानी में मौसम का मिजाज शाम होने के साथ कुछ नर्म पड़ने लगा था। तीसरे दिन आज शाम से पहले मौसम ने रूख बदला और एकाएक तेज आंधी चली। लगभग एक घंटे की आंधी से ऊर्जाधानी चारों तरफ राख की बारिश से पट गया। इसके बाद भी बारिश ने राखड़ से राहत देने के साथ गर्म फिजां में ठंडक घोली तो वहीं जिलेभर में ब्लैक आऊट के कारण लोग रातभर हलाकान होते रहे।

शनिवार की शाम लगभग 4 बजे जब मौसम अन्य दिनों की तरह काफी गर्म था, आसमान पर एकाएक बादल छाने के साथ सूर्य की तपिश कमजोर पड़ने लगी। थोड़ी देर में तेज हवा चलनी शुरू हुई जो कुछ मिनटों में अंधड़ में तब्दील हो गई और देखते ही देखते सड़क पर चल रहे लोग हों या दुकानों और घरों में मौजूद लोग, उन्हें तेज अंधड़ से बचने के साथ अपने सामानों को सुरक्षित करने की जद्दोजहद करते देखा गया। तेज रफ्तार आंधी का आलम यह था कि ऊर्जाधानी में मौजूद संयंत्रों के राखड़ बांध की राख बड़ी तेजी से उड़कर बारिश की तरह सड़कों और घरों पर बिखरने लगी। राखड़ का कोहरा इस कदर छा गया कि दिन में भी लोगों को लाईट जलाकर वाहन चलाना पड़ा। सब कुछ राखमय हो गया। शहर की सड़कें धूल और कचरों से पट गई वहीं दुकानों में लगे होर्डिंग, प्रचार बोर्ड, टीने के शेड, छप्पर भी उखड़कर फेंका गये।

एक घंटे के आंधी तूफान में सारा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इसके बाद लगभग 1 घंटे थम-थमकर हुई बारिश ने लोगों को राहत प्रदान की।
दर्जनों पेड़ व स्वागत द्वार धराशायी
तेज अंधड़ के कारण शहर से लेकर ग्रामीण अंचल तक सड़कों के किनारे, कालोनियों के अंदर लगे दर्जनों पेड़, उनकी डालियां धराशायी हो गई। विद्युत प्रवाहित तार के ऊपर पेड़ अथवा डाली गिरने से विद्युत व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो गई। वैसे भी आंधी चलने के साथ शाम 4 बजे से बिजली गुल हो गई थी लेकिन जिन इलाकों में बिजली थी वहां पेड़ गिरने के कारण व्यवस्था बाधित हुई।

कई जगह विद्युत खंभे भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। पूरे जिले में ब्लैक आऊट की स्थिति बनी हुई है। विद्युत विभाग के मैदान अमले के द्वारा जगह-जगह फाल्ट को तलाश कर विद्युत व्यवस्था बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन सारी व्यवस्था कब तक दुरूस्त कर ली जाएगी यह अधिकारी नहीं बता पा रहे हैं। दूसरी ओर कोरबा-कटघोरा मार्ग पर गोपालपुर मार्ग में निगम का स्वागत द्वार आंधी के थपेड़े सहन नहीं कर पाया और बीच सड़क पर धराशायी हो गया। इसके साथ ही दोनों ओर का आवागमन स्वागत द्वारा हटाने तक थमा रहा।
छज्जा गिरने से यातायात का
जवान घायल
तेज अंधड़ से बचने के लिए एक दुकान के नीचे खड़ा यातायात का जवान छज्जा गिरने से घायल हो गया। बताया गया कि सीएसईबी पुलिस सहायता केन्द्र की ठीक बगल में एक सेलून का संचालन हो रहा है जिसके संचालक द्वारा दुकान का बोर्ड शेड के ऊपर लगाया गया है। शेड को दबाये रखने के लिए उसने ईंट की छोटी सी दीवार छज्जा के रूप में खड़ी की थी जो आंधी मेें उड़कर गिर गया। जिस जगह मलबा गिरा, वहां आंधी से बचने के लिए यातायात का जवान हिमांचल खड़ा था और वह चपेट में आकर घायल हो गया। पुलिस कर्मियों ने उसे तत्काल ईलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया यहां उसकी हालत खतरे से बाहर और सामान्य है।


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