बुंदेलखंड : अन्ना पशुओं की परवरिश के लिये गोकुल मिशन कार्यक्रम
यूपी सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी जिलों में अन्ना पशुओं की रोकथाम के लिये राष्ट्रीय गोकुल मिशन कार्यक्रम की शुरुआत की है
हमीरपुर। उत्तर प्रदेश सरकार ने बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी जिलों में अन्ना पशुओं की रोकथाम के लिये राष्ट्रीय गोकुल मिशन कार्यक्रम की शुरुआत की है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. विजय सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड में अन्ना पशुअों की समस्या कई सालों से चली आ रही है। इनके कारण किसानों की आधी से ज्यादा फीसदी फसल नष्ट हो जाती है।
इस समस्या के निदान के लिए बुंदेलखंड में जन प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट की थी। उन्होंने बताया कि उसके बाद राज्य सरकार ने बुंदेलखंड के सभी प्रभावित जिलों में राष्ट्रीय गोकुल मिशन कार्यक्रम को पीपीपी के तहत स्थापित करने का निर्णय किया है। इसकी रुपरेखा बनाने की जिम्मेदारी पशु चिकित्सा परिषद मथुरा को दी गयी है।
डा. सिंह ने बताया कि यह बृहद पशुबाड़ा जनता के सहयोग से स्थापित किया जाएगा और इस के लिये कम से कम 100 एकड़ से लेकर 350 एकड़ भूमि की आवश्यकता होगी। सरकार का बुंदेलखंड के लिये यह एक अभिनव प्रयोग होगा। हमीरपुर जिले में करीब 50 हजार अन्ना पशु आज भी घूम रहे है जो किसान की खडी फसल को चट कर जाते है।


