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पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत, सीएम बोले - 'जनता ने एजेंडे को नकारा'

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को नगरपालिका चुनावों में अपनी पार्टी - कांग्रेस की शानदार जीत पर कहा कि यह उनकी सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों की पुष्टि है

पंजाब निकाय चुनाव में कांग्रेस की बंपर जीत, सीएम बोले - जनता ने एजेंडे को नकारा
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चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को नगरपालिका चुनावों में अपनी पार्टी - कांग्रेस की शानदार जीत पर कहा कि यह उनकी सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों की पुष्टि है और लोगों ने प्रमुख विपक्षी दलों - शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के "जनविरोधी" कार्यों को पूरी तरह नकार दिया।

उन्होंने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़, पार्टी के सभी विधायकों, सदस्यों और कार्यकर्ताओं को निकाय चुनावों में व्यापक जीत के लिए बधाई दी। चुनावों के परिणाम बुधवार को घोषित किए गए। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने स्पष्ट रूप से तीनों दलों के विभाजनकारी, अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और प्रतिगामी एजेंडे को नकार दिया।

बहरहाल, अंतिम गणना में कांग्रेस ने नगर पालिका परिषदों में 1,815 वाडरें में से 1,199 और 350 नगर निगम सीटों में से 289 पर जीत हासिल की। शिरोमणि अकाली दल 289 वार्डो और 33 सीटों पर, भारतीय जनता पार्टी 38 वार्डो और 20 सीटों पर और आम आदमी पार्टी 57 वार्डो और 9 सीटों पर पीछे रह गई। शेष वार्ड निर्दलीय और बीएसपी (के) और भाकपा के खाते में आए।

अमरिंदर सिंह ने पंजाब और उसके भविष्य को बर्बाद करने के लिए "नकारात्मक और शातिर ताकतों" को हराने के लिए लोगों को धन्यवाद दिया और बधाई दी।

तीन नए विवादास्पद कृषि कानूनों के लागू होने के बाद पंजाब में होने वाले पहले बड़े चुनावों ने भाजपा के खिलाफ लोगों की नाराजगी को स्पष्ट रूप से उजागर कर दिया। उन्होंने कहा कि इन सभी दलों ने "पंजाब को नष्ट करने के स्पष्ट उद्देश्य के साथ" किसानों के अधिकारों को बेशर्मी से रौंद दिया था। वे मतदाताओं को भ्रमित करने में विफल रहे।

कैप्टन ने दो टूक कहा कि सभी तीनों विपक्षी दल कांग्रेस के करीब भी नहीं पहुंच पाए। कुछ वाडरें में तो वे स्वतंत्र उम्मीदवारों से भी पीछे थे। पंजाब के शहरी मतदाताओं ने विकास व सुशासन वाली नीतियों पर अपनी मुहर लगाई और घृणित राजनीतिक विचारधाराओं को धराशायी कर दिया।

उन्होंने कहा, चुनाव के नतीजे पंजाब से बाहर रहने के लिए इन दलों के लिए यह एक शक्तिशाली संदेश हैं। राज्य के लोग उनके द्वारा किए गए धोखे और विश्वासघात को माफ करने या भूलने के लिए तैयार नहीं थे।

अमरिंदर सिंह ने यहां मीडिया से कहा कि इन परिणामों से इन सभी दलों को विधानसभा चुनाव में आने वाली चीजों का पूवार्भास हो गया है।


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