विरोध के चलते अवैध निर्माण पर नहीं गरजा बुल्डोजर
दिल्ली- मेरठ राजमार्ग पर मुरादनगर बस अड्डे के पास अवैध दुकानों को ध्वस्त कराने पहुंचे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों के विरोध के चलते बिना कार्रवाई के ही लौटना पड़ा

गाजियाबाद। दिल्ली- मेरठ राजमार्ग पर मुरादनगर बस अड्डे के पास अवैध दुकानों को ध्वस्त कराने पहुंचे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों के विरोध के चलते बिना कार्रवाई के ही लौटना पड़ा। अब अधिकारियों ने दुकानदारों को आज यानी शुक्रवार शाम तक अवैध निर्माण को हटाने की चेतावनी दी है।
इस पर दुकानदारों ने खुद ही राजमार्ग से अवैध निर्माण को गिराना शुरू कर दिया है। अब शनिवार को राजमार्ग की राह में रोड़ा बने अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त कराया जाएगा।
दिल्ली मेरठ राजमार्ग का जाम राहगीरों के लिए नासूर बन गया है। राजमार्ग पर मुरादनगर क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक अवैध कट बने हुए हैं। जिस कारण राहगीरों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। रावली रोड, जलालपुर, उखलारसी व सैंथली कट पर सबसे अधिक जाम लगता है। वहीं, राजमार्ग पर बड़ी संख्या में ढ़ाबे, होटल व शराब की दुकान संचालित हैं। दुकानों के बाहर 24 घंटे राजमार्ग पर बड़ी संख्या में अवैध रूप से वाहन पार्क हुए रहते हैं।
राजमार्ग पर बस अड्डे के पास बड़ी संख्या में अवैध दुकानों का निर्माण कराया गया है। इन दुकानों के कारण भी जाम की स्थिति बनी रहती है। जिला प्रशासन ने राजमार्ग को जाममुक्त करने की शुरूआत कर दी है। बुधवार को राजमार्ग पर जाम लगा रहे अवैध कटों को बंद करने का काम शुरू कर दिया गया। बुधवार को ही राजमार्ग की जमीन पर अवैध दुकानों का निर्माण करने वाले दुकानदारों को पीडब्ल्यूडी ने नोटिस जारी किए थे। जिसमें बताया गया था कि गुरुवार को अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया जाएगा।
गुरुवार सुबह 11 बजे नायब तहसीलदार, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी पुलिस बल के साथ अवैध दुकानों को ध्वस्त कराने पहुंचे। लेकिन दुकानदारों ने सरकारी अमले की कार्रवाई का विरोध कर दिया। पुलिस और दुकानदारों की जमकर नोकझोंक हुई। जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दुकानदारों ने खुद ही निर्माण कराने के लिए तीन दिन का समय मांगा। अधिकारियों ने दुकानदारों को शुक्रवार शाम तक निर्माण को हटाने की मोहलत दी है।
अतिक्रमण हटाने के नाम पर खानापूर्ति
बस अड्डे से लेकर आयुध निर्माणी के गेट तक दुकानों के बाहर फैले अतिक्रमण को हटाने की महज खानापूर्ति की गई। अतिक्रमण हटाने के तुरंत बाद ही दुकानदारों ने दोबारा से अपना सामान राजमार्ग के किनारे रख दिया। इससे जाम की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
नायब तहसीलदार नीरज द्विवेदी ने बताया कि सड़क से 60 फीट के दायरे में आ रहे निर्माण को गिराया जाएगा। दुकानदारों को शुक्रवार शाम तक अवैध निर्माण को हटाने का समय दिया गया है। शनिवार सुबह निर्माण को ध्वस्त करा दिया जाएगा।


