बजट किसान व गरीब विरोधी : रालोद
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा गुरुवार को पेश किए गए बजट को राष्ट्रीय लोकदल ने किसान, गरीब एवं युवा विरोधी तथा झूठ का पुलिंदा बताया है

गाजियाबाद। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा गुरुवार को पेश किए गए बजट को राष्ट्रीय लोकदल ने किसान, गरीब एवं युवा विरोधी तथा झूठ का पुलिंदा बताया है। प्रदेश प्रवक्ता चौधरी अजयवीर सिंह एडवोकेट ने कहा कि पेट्रोल व डीजल को जीएसटी के अन्तर्गत लाना चाहिए था केबल दो रुपए प्रति लीटर घटा कर आम आदमी के जखमों को कुरेदने का काम किया है।
जनवरी माह में ही पेट्रोल व डीजल चार रुपए प्रति लीटर महंगा हुआ है। उन्होंने कहा कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने की बात की गई है जबकि 2014 में ही किसानों की लागत का डेढ़ गुना देने की बात की गई थी मगर आज भी किसानों को फसल की लागत भी नहीं मिल रही है। अब तक किसानों को 6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। किसानों को 2014 से ही फसल की लागत का डेढ़ गुना मिलना चाहिए था।
किसानों के लिए रासायनिक खाद की कीमतों में भी कोई कमी नहीं की गई है जबकि अन्तराष्टï्रीय बाजार में खाद की कीमतें काफी कम हुई है। किसानों के लिए कर्ज के लिए 11 लाख करोड़ रुपए की घोषणा की गयी है जोकि पिछले वर्ष ही 10 लाख करोड़ रुपए थी। किसानों के कर्ज-माफी की कोई योजना बजट में नहीं कही गई है। गांवों के विकास का कोई प्रावधान बजट में नहीं रखा गया है। आम आदमी को इनकम टैक्स सलैब में कोई सीमा नहीं बढ़ाई गई है।
युवाओं को पहले से ही नोटबंदी के कारण नौकरियां नहीं मिल रही हंै सिर्फ भ्रामक बातें युवाओं में भ्रम फैलाने के लिए की जा रही हैं। इस प्रकार वित्त मंत्री का यह बजट महज आंकड़ेबाजी होकर गांव, किसान, गरीब, युवा व आम आदमी विरोधी बजट है।


