बजट कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने वाला : तृणमूल
तृणमूल कांग्रेस ने चालू वित्त वर्ष के लिए गत पाँच जुलाई को पेश आम बजट को दिशाविहीन बजट करार

नयी दिल्ली । तृणमूल कांग्रेस ने चालू वित्त वर्ष के लिए गत पाँच जुलाई को पेश आम बजट को दिशाविहीन बजट करार देते हुये आज कहा कि बजट में किये गये ज्यादातर प्रस्ताव अडानी और अन्य कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुँचाने के लिए हैं।
तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने बजट चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि सरकार ने बजट में ज्यादातर प्रस्ताव अडानी और अन्य कॉरपोरेट मित्रों को सहयोग के लिए किये हैं। उन्होंने छोटी बचत योजनाओं पर साल-दर-साल ब्याज दरों में कटौती किये जाने को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत प्रदत्त ‘जीने के अधिकार’ का उल्लंघन बताया।
पेट्रोलियम पदार्थों पर उत्पाद शुल्क एवं सेस तथा अन्य पदार्थों पर सरचार्ज लगाये जाने के प्रस्तावों को उन्होंने मोदी सरकार की गरीब-विरोधी नीतियों का ‘बेहतरीन’ उदाहरण करार दिया। बनर्जी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और सेस लगाने का दुष्प्रभाव अन्य जरूरी सामग्रियों के मूल्यों पर पड़ेगा। इसकी वजह से गरीबों और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए दैनानुदिन की चीजें महँगी होंगी।
उन्होंने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा ‘नारी तू नारायणी’ कहे जाने को महज नारेबाजी करार देते हुये आरोप लगाया कि सरकार ने महिलाओं के लिए बजट में कोई खास प्रावधान नहीं किये हैं। उन्होंने कहा, “बजट में महिला सशक्तीकरण से संबंधित योजनाओं के लिए मामूली बढ़ोतरी की गयी है, जो सरकार की मंशा दर्शाती है।”
इससे पहले द्रविड़ मुनेत्र कषगम सदस्य टी.आर. बालू ने भी बजट के प्रावधानों से आम आदमी का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित करने की आशंका जतायी। उन्होंने भी पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि के दुष्प्रभावों की चर्चा की। उन्होंने पेट्रोलियम उत्पादों को भी वस्तु एवं सेवा कर के दायरे में लाने की सरकार से माँग की।


