बुद्धा इंटरनेशनल सार्किट जेपी एसोसिएट्स के हाथ निकला
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण ने 864 करोड़ रुपए बकाया न जमा करने पर जेपी एसोसिएट्स को सेक्टर-25 में आवंटित स्पोर्ट्स सिटी (एसडीजेड) प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है

ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक प्राधिकरण ने 864 करोड़ रुपए बकाया न जमा करने पर जेपी एसोसिएट्स को सेक्टर-25 में आवंटित स्पोर्ट्स सिटी (एसडीजेड) प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया है। इसी एसडीजेड में जेपी के खुद के 11 और अन्य बिल्डरों के नौ प्रोजेक्ट शामिल हैं। जिससे इन सभी के लिए मुश्किल की घड़ी आ गई है। जेपी इंफ्राटेक के बाद जेपी ग्रुप की दूसरी कंपनी जेपी एसोसिएटस को दूसर तगड़ा झटका लगा है। यमुना एक्सप्रेस-वे हाथ से निकलने के बाद जेपी एसोसिएटस के फार्मूला वन रेसिंग ट्रैक में हाथ से निकल गया है।
यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक शनिवार को हुई। इसकी अध्यक्षता प्राधिकरण के चेयरमैन आलोक टंडन ने की। बैठक के बाद आयोजित प्रेसवार्ता में यीडा के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेपी एसोसिएट्स को आवंटित स्पोर्ट्स सिटी (स्पेशल डेवलपमेंट जोन, एसडीजेड) का आवंटन रद्द कर दिया गया है।
जेपी पर 864 करोड़ रुपए बकाया
जेपी पर अब तक कुल 864 करोड़ रुपये बकाया था, लेकिन वह जमा नहीं कर रहा था। उन्होंने बताया कि जेपी को 30 मार्च तक पहली व दूसरी किस्त के 125 करोड़ रुपये बाकी थे। तीसरी किस्त करीब 100 करोड़ रुपये 30 सितंबर तक जमा करनी थी। वह भी जमा नहीं की। 100 करोड़ रुपये बैंक गारंटी के रूप में जमा करने थे, लेकिन वह भी जमा नहीं किए।
भविष्य की किस्तों से 539 करोड़ रुपये और मिलने हैं। इस लिहाज से कुल 864 करोड़ रुपये मिलने हैं, लेकिन जेपी पहली किस्त की कुछ रकम देने के बाद और पैसा जमा नहीं कर सका। इसलिए बोर्ड ने इसे रद्द करने का फैसला लिया है। जेपी ने खुद से जिन परियोजनाओं को लांच कर रखा है उसके निवेशकों को पैसा वापस करेगा या फिर किसी सरकारी एजेंसी से इन प्रोजेक्ट पूरा कराएगा।


