बस्तर के युवा नक्सलियों को देंगे जवाब
छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए 300 से ज्यादा युवाओं की नई बस्तरिया ब्रिगेड को पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव स्वयं प्रशिक्षण दे रहे हैं।

कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में नक्सलियों से मोर्चा लेने के लिए 300 से ज्यादा युवाओं की नई बस्तरिया ब्रिगेड को पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव स्वयं प्रशिक्षण दे रहे हैं।
कुछ दिनों में इस ब्रिगेड के युवा जंगल में नक्सलियों से आमना-सामना करते दिखाई देंगे। नक्सली भी इसी तरह गांवों के युवाओं को जबरिया ट्रेनिंग देकर नक्सली बनाते हैं, यह उसी का जवाब बताया जा रहा है। पहले इन युवाओं को प्रशिक्षण देकर दक्ष किया जा रहा है, फिर लिखित परीक्षा के आधार पर इनका चयन किया जाएगा।
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि युवा यहां के हालात से अच्छी तरह वाकिफ होते हैं और इस कदम से पुलिस का सूचना तंत्र मजबूूत होगा।
एसपी डॉ. पल्लव ने बताया कि अंदरुनी क्षेत्र में पुलिस व प्रशासन की पहुंच नहीं होने का फायदा उठाकर युवाओं को नक्सली अपने साथ शामिल करते हैं। अब अंदरुनी क्षेत्र के युवाओं को ट्रेनिंग देकर हम टीम बना रहे हैं। इन्हें डीआरजी, सीएएफ, डीएफ भर्ती के लिए तैयार कर रहे हैं। इसी के मुताबिक ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके अलावा युवा पटवारी, शिक्षाकर्मी समेत अन्य शासकीय सेवाओं में भी जा सकते हैं।
प्रशिक्षण ले रहे मर्दापाल और नवागांव के राजेश व सुरेश ने बताया कि अंदरुनी क्षेत्र में प्रशासन की पहुंच नहीं होती, इसलिए नक्सली गांव में आते हैं और ग्रामीण व युवाओं को डराकर उन्हें अपने साथ में ले जाते हैं, यह अब संभव नहीं होगा।
युवाओं को प्रशिक्षण देने पुलिस विभाग द्वारा मर्दापाल, बयानार, बड़ेडोंगर, उरंदाबेडा धनोरा व ईरागांव में केंद्र बनाए गए हैं। यहां 300 युवाओं को रोजाना सुबह दो घंटे 800 व 500 मीटर दौड़, गोला फेंक ऊंची कूद, लंबी कूद का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इन युवाओं को डीएसपी व एसआई रैंक के अधिकारी प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसके अलावा इन युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी करवाई जा रही है। युवाओं के रहने की व्यवस्था भी प्रशिक्षण केंद्रों में की गई है।


