बसपा अब आकाश और कपिल मिश्रा के नेतृत्व में करेगी युवा सम्मेलन
प्रबुद्व सम्मेलन के बाद अब बसपा का युवा सम्मेलन पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर एवं बसपा मुखिया के भतीजे आकाश आनंद और राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के पुत्र कपिल मिश्रा के नेतृत्व में शुरू होगा

लखनऊ। प्रबुद्व सम्मेलन के बाद अब बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का युवा सम्मेलन पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर एवं बसपा मुखिया के भतीजे आकाश आनंद और राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के पुत्र कपिल मिश्रा के नेतृत्व में शुरू होगा। पूर्व मंत्री व बसपा नेता नकुल दुबे ने बताया कि प्रबुद्ध सम्मेलन के बाद बसपा अब नेशनल कोआर्डिनेटर आकाश आनंद और कपिल मिश्रा के नेतृत्व में युवा सम्मेलन करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि सतीश चंद्र मिश्रा की पत्नी कल्पना मिश्रा आगामी 14 नवंबर को वाराणसी में आयोजित होने वाले महिला सम्मेलन की मुख्य अतिथि होंगी। दुबे ने बताया कि हाल ही में आजाद भारत पार्टी का बसपा में विलय हुआ था जिसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने आजाद भारत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे मानवेंद्र मौर्य को बसपा का प्रदेश महासचिव बनाया है। वहीं दूसरी ओर विश्वकर्मा डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष श्रीकृष्ण विश्वकर्मा ने बुधवार को बसपा की सदस्यता ग्रहण की।
पत्रकारों से बातचीत में नकुल दुबे ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह सनातन संस्कृति को नष्ट कर रही है। वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित प्राचीन मूर्तियों और बरगद के पेड़ को गायब कर दिया गया है। प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों को अनुदान नहीं दिया जा रहा है।
बसपा नेता ने मुख्यमंत्री योगी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनको जनता ने नहीं चुना है बल्कि ऊपर से कुर्सी पर बैठा दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के तमाम मंदिरों में कब्जा किया जा रहा है। यदि सरकार 15 करोड़ से अधिक लोगों को राशन मुहैया न कराए तो लोग भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। बीते दस सालों से देश में राज करने वाली पार्टी ने गरीबों को इस मुकाम पर ला दिया है। उन्होंने कहा कि आज यूपी में तमाम मुश्किलों के बाद यदि कोई युवा नौकरी पा जाता है तो उसे पांच साल का प्रोबेशन पूरा करने का पत्र थमा दिया जाता है। इस सरकार ने मीडिया पर भी खासा अत्याचार किया है। विकास दुबे मामले को लेकर पत्रकारों के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी खुशी दुबे के परिजनों के संपर्क में है। जल्द ही सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर आगे की कवायद की जाएगी।


