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उप्र में भाजपा और हरियाणा में कांग्रेस की साजिश का शिकार हुई बसपा : मायावती

हरियाणा विधानसभा चुनाव और उप्र की 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में खाता खोलने में असफल मायावती ने हार का ठीकरा कांग्रेस और भाजपा पर फोड़ते हुए कहा कि उनकी पार्टी इन दोनो दलों की साजिश का शिकार बनी

उप्र में भाजपा और हरियाणा में कांग्रेस की साजिश का शिकार हुई बसपा : मायावती
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लखनऊ। हरियाणा विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश की 11 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में खाता खोलने में असफल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने हार का ठीकरा कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर फोड़ते हुए कहा कि उनकी पार्टी इन दोनो दलों की साजिश का शिकार बनी।

सुश्री मायावती ने कहा कि यूपी में सत्तारूढ भाजपा ने बसपा का मनोबल गिराने की साजिश के तहत जानबूझ कर समाजवादी पार्टी (सपा) उम्मीदवारों को कुछ सीटें जीतने दी हालांकि पार्टी के लोग भाजपा के षडयंत्र को जान चुके है और आने वाले चुनाव में इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।

उन्होने ट्वीट किया “ यूपी विधानसभा आमचुनाव से पहले बीएसपी के लोगों का मनोबल गिराने के षडयंत्र के तहत बीजेपी द्वारा इस उपचुनाव में सपा की कुछ सीटें जिताने व बीएसपी को एक भी सीट नहीं जीतने देने को पार्टी के लोग अच्छी तरह से समझ रहे हैं। वे इनके इस षडयंत्र को फेल करने के लिए पूरे जी-जान से जरूर जुटेंगे।”

बसपा सुप्रीमो ने हरियाणा में मिली शिकस्त का इल्जाम कांग्रेस पर लगाते हुये कहा कि कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिये मत विभाजन के भय का खूब प्रचार किया जिससे बसपा के परम्परागत वोटरों पर कोई फर्क नहीं पडा लेकिन अन्य मतदाता जरूर भ्रमित हो गये।
एक अन्य ट्वीट में उन्होने कहा “ हरियाणा की जनता भी बीजेपी सरकार के कुशासन से काफी दुःखी व त्रस्त थी और इनसे मुक्ति चाहती थी। लेकिन कांग्रेस पार्टी ने अपने स्वार्थ के लिए जनता में वोटों के बंटने के भय को खूब प्रचारित किया। इससे बीएसपी के समर्पित वोटर तो कतई नहीं डिगे परन्तु अन्य वोटर जरूर भ्रमित हो गए।”

गौरतलब है कि बसपा को अंबेडकरनगर की जलालपुर सीट पर नजदीकी हार का सामना करना पडा था। निश्चित जीत की ओर अग्रसर बसपा की डा छाया वर्मा सपा उम्मीदवार से अंतिम चरण की मतगणना मेे पिछड कर चुनाव हार गयी थी। यूपी में आज विधानसभा की 11 सीटों के उपचुनाव की मतगणना सम्पन्न हुयी थी जिसमें भाजपा ने आठ और सपा ने तीन सीटें जीती हैं।
प्रदीप
वार्ता

इसका परिणाम यह हुआ कि बीएसपी इस बार हरियाणा विधानसभा आमचुनाव में सीट जीतने में सफल नहीं हो सकी, हालाँकि बीएसपी को पिछली बार से ज्यादा वोट मिले हैं।


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