बसपा के उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर ने किया राज्यसभा केे लिए नामांकन पत्र दाखिल
उत्तर प्रदेश से राज्यसभा केे लिए बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा केे लिए बहुजन समाज पार्टी(बसपा) के उम्मीदवार भीमराव अम्बेडकर ने आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।
अम्बेडकर ने चुनाव अधिकारी औैर विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप दुबे के समक्ष अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने वाले वह पहलेे उम्मीदवार हैं।
पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चन्द्र मिश्र, प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर और बसपा विधानमण्डल दल के नेता लालजी वर्मा के साथ आये बसपा उम्मीदवार ने चुनाव अधिकारी को अपना नामांकन पत्र सौंपा। औरैया जिले की लखना विधानसभा सीट से 2007 मेें चुनाव जीते श्री अम्बेडकर बसपा के जमीनी कार्यकर्ता माने जाते हैं।
अम्बेडकर को उम्मीदवार घोषित करने से पहले अटकलें थीं कि बसपा अध्यक्ष मायावती या उनके भाई आनन्द कुमार को प्रत्याशी बनाया जा सकता है। चुनाव जीतने के लिए 37 मतों की दरकार होगी। बसपा के पास 19 विधायक हैं।
बसपा को सपा के बचे दस मतों के साथ ही कांग्रेस के सात और राष्ट्रीय लोेकदल के एक मात्र वोट पाने की उम्मीद है। बसपा उम्मीदवार को यदि यह सभी मत मिल जाते हैं तो श्री अम्बेडकर राज्यसभा के सदस्य चुने जा सकते हैं।
गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में बसपा ने समाजवादी पार्टी(सपा) उम्मीदवार को समर्थन देने की घोषणा की है। बदले में सपा अपने बचे मतोें को श्री अम्बेडकर को दिलवायेगी। सपा के 47 विधायक हैं। अपने बल पर सपा एक सीट जीतेगी। सपा के दस मत बचेंगे।
मायावती ने कांग्रेस से सशर्त समर्थन मांगा है। मायावती ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस उम्मीदवार को बसपा के विधायकों का समर्थन पाने के लिए उसे अपने सातों विधायकों का मत बसपा उम्मीदवार को दिलवाना होगा। इस चुनाव में खरीद फरोख्त को रोकने के लिए मतदाताओं को खुला मतदान करना होता है।
गौरतलब हैै कि पांच मार्च को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी थी। नामांकन 12 मार्च तक हो सकेंगे। अगले दिन नामांकन पत्रों की जांच होगी।
15 मार्च तक नाम वापस लिये जा सकेंगे। आवश्यकता हुई तो 23 मार्च को मतदान कराया जायेगा। उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए दस सीटों पर चुनाव हो रहा है।


