बसपा दूसरी पार्टियों की तरह विरोध के लिये नही लेती है हिंसा और तोड़फोड़ का सहारा : मायावती
मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों में गुरूवार को हुई हिंसा की तीव्र भत्र्सना करते हुये आमजनता से शान्तिपूर्ण ढंग से इसका विरोध करने की अपील की है।

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी(बसपा)अध्यक्ष मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के विभिन्न हिस्सों में गुरूवार को हुई हिंसा की तीव्र भत्र्सना करते हुये आमजनता से शान्तिपूर्ण ढंग से इसका विरोध करने की अपील की है।
सुश्री मायावती ने देश के कई हिस्सों में हुई हिंसा की निंदा करते हुये कहा कि बसपा दूसरी पार्टियों के लोगों की तरह सड़कों पर उतरकर हिंसा व तोड़फोड़ एवं सरकारी सम्पत्ति आदि को नुकसान पहुँचाने का काम नहीं करती है।
बसपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को यहां जारी बयान में कहा कि उनकी पार्टी नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करती है। पार्टी कमज़ोर वर्गों के हितों के मुद्दों पर भी अपना धरना-प्रदर्शन शान्तियपूर्ण ढंग से ही करती है। बसपा में धरना-प्रदर्शन के ज़रिये कभी भी किसी हिंसा व तोड़फोड़ एवं आगज़नी आदि को बढ़ावा नहीं दिया जाता है। बसपा में हिंसा के लिये कोई जगह नही है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा लाये गये नये नागरिकता कानून से पूरे देश में जन आक्रोश व्याप्त है।
सुश्री मायावती पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे देश में व्याप्त इमरजेन्सी जैसे दमनकारी हालात के मद्देनज़र दूसरी पार्टियों के लोगों की तरह सड़कों पर कतई भी ना उतरें। वे इसके विरोध में डाक/मेल आदि द्वारा ही अपना लिखित में ज्ञापन सम्बन्धित राज्य के जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री व राज्यपाल को भेजें।


