बीएसएफ ने त्रिशूर में 200 से अधिक लोगों को बचाया
देश की सीमाओं की सुरक्षा के अपने कर्तव्य के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मी केरल की आपदा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं

तिरुवनंतपुरम। देश की सीमाओं की सुरक्षा के अपने कर्तव्य के अलावा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कर्मी केरल की आपदा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बीएसएफ कर्मियों ने केरल में बाढ़ प्रभावित 200 से ज्यादा लोगों को बचाया है। सीमा सुरक्षा बल के जवान केरल के त्रिशूर, तिरुवनंतपुरम व दूसरे जिलों में शिविरों में रह रहे लोगों के पुनर्वास कार्यो में भी सहयोग कर रहे हैं। केरल सदी की सबसे भयावह बाढ़ का सामाना कर रहा है, जहां लाखों लोग बेघर हो गए हैं और इस मॉनसून सीजन में 370 लोगों की मौत हो गई है।
बल के एक बयान में कहा गया है कि केंद्रीय अर्धसैनिक बल आसपास के शिविरों में भोजन तैयार कर रहे हैं और जरूरतमंद लोगों को बांट रहे हैं, साथ ही साथ पुनर्वास अभियान में मदद कर रहे हैं। केंद्रीय बल 10 अगस्त को बाढ़ प्रभावित त्रिशूर पहुंचा था।
बयान में कहा गया है कि इसके अलावा बीएसएफ कर्मी प्रभावित इलाकों के लिए राहत सामग्री एकत्र कर रहे हैं और भेज रहे हैं। बयान में यह भी कहा गया है कि एक अनुभवी बीएसएफ चिकित्सक की अगुवाई में एक चिकित्सका इकाई सभी जरूरी दवाओं के साथ भेजी गई है।
बयान में कहा गया है कि बीएसएफ द्वारा उपमहानिरीक्षक (तिरुवनंतपुरम) की अगुवाई में त्रिशूर जिले के माला, मूरकानिक्कारा, कोरट्टी, अन्नामाननदा व चलकुड्डी में राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है।
बीएसएफ कमांडेंट अजीत कुमार ने आईएएनएस से कहा, "हमने अपने 200 कर्मियों को प्रशासन में दूसरे कार्यों में सभी तरह के सहयोग के लिए तैनात किया है। हमने अबतक 200 से ज्यादा फंसे हुए लोगों को बचाया है।"
अजीत कुमार त्रिशूर में बल की एक इकाई का संचालन कर रहे हैं।
कुमार ने कहा कि हमारे राहत कार्यो के साथ चार स्पीड बोट राहत अभियान में लगी हुई हैं। उन्होंने कहा, "शुरुआत में स्पीड बोट्स का इस्तेमाल लोगों को बचाने के लिए किया गया। लेकिन अब पानी के कम होने से इनका इस्तेमाल खाना व दूसरे सामान लोगों को बांटने के लिए किया जा रहा है।"


