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बीएसएफ ने इस साल 26 हजार किलो ड्रग्स पकड़ा, नक्सली इलाकों में भी दिखाई जांबाजी

देश की सरहद की रक्षा करने वाली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) आज अपना 58वां स्थापना दिवस मना रहा है।

बीएसएफ ने इस साल 26 हजार किलो ड्रग्स पकड़ा, नक्सली इलाकों में भी दिखाई जांबाजी
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नई दिल्ली, 1 दिसंबर: देश की सरहद की रक्षा करने वाली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) आज अपना 58वां स्थापना दिवस मना रहा है। सीमा की रक्षा हो या फिर अंतरराष्ट्रीय अपराध रोकना। बीएसएफ ने हमेशा एक मिसाल कायम की है। इसी बीच जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक इस साल 31 अक्टूबर तक बीएसएफ ने 26 हजार किलो से ज्यादा ड्रग्स सीमा क्षेत्रों से पकड़ा है। वहीं इस साल भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी जब्त किया गया है। बीएसएफ बांग्लादेश और पाकिस्तान से लगी 6386.36 किलोमीटर सीमा की रक्षा करती है। जानकारी के मुताबिक बीएसएफ इन सीमाओं पर घुसपैठ के अलावा ड्रग्स और हथियारों की तस्करी को लेकर लगातार मुहिम चला रही है। इसी कड़ी में भारी मात्रा में नशीले पदार्थ, हथियार, जाली नोट और गोला बारूद जब्त किया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक बीएसएफ ने इस साल 31 अक्टूबर तक 26,469.943 किलो ड्रग्स पकड़ा है। इसमें वेस्टर्न फ्रंट से 518.272 किलो और ईस्टर्न फ्रंट से 25,951.671 किलोग्राम शामिल है।

वहीं इसी दौरान सीमा से 20,33,200 रुपए के जाली नोट भी पकड़े गए हैं। इसके अलावा 72 अलग अलग किस्म के हथियार और 2441 की संख्या में गोला बारूद भी जब्त किया गया है। आंकड़े बताते हैं कि बीएसएफ ने इस साल 31 अक्टूबर 2022 तक कुल 4174 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

वहीं दूसरी तरफ बीएसएफ को सीमा पर ही नहीं बल्कि नक्सलवाद से लड़ने के लिए भी तैनात किया गया है। फिलहाल बीएसएफ को ओडिशा और छत्तीसगढ़ के जंगलों में तैनाती दी गई है। यहां भी बीएसएफ के जवानों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। 1-11-2021 से लेकर 31-10-2022 तक एक साल के दौरान बीएसएफ ने 9 हार्डकोर नक्सली और 823 मिलिशिया को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।

वहीं ओडिशा और छत्तीसगढ़ के घने जंगलों से बीएसएफ जवानों ने इस दौरान 48 आईईडी डिटेक्ट किए हैं। इसके अलावा एक साल में बीएसएफ ने इन दोनों राज्यों के नक्सल प्रभावित इलाकों से 864 जिलेटिन छड़ें, 170 की संख्या में गोला बारूद, 6 हथियार और 23 डेटोनेटर भी जब्त किए हैं।

जानकारी के अनुसार बीएसएफ के करीब 140 जवान संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत कांगो में भी तैनात किए गए हैं। इसी साल 26 जुलाई को बीएसएफ के 2 जवान कांगो में उग्र भीड़ के हमले में शहीद हो गए थे। इसके अलावा बीएसएफ में इस वक्त 7 हजार से ज्यादा महिला सैनिक भी हैं, जो सीमा पर देश की रक्षा कर रही हैं। अभी 28 नवंबर को ही 2 महिला प्रहरियों ने पंजाब में एक पाकिस्तानी ड्रोन को मार गिराया था।

गौरतलब है कि बीएसएफ की स्थापना वर्ष 1965 में भारत की सीमाओं की रक्षा और अन्तरराष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए की गई थी। बीएसएफ केंद्र सरकार के गृह मंत्रालय के अंतर्गत आता है। बांग्लादेश की आजादी में सीमा सुरक्षा बल की अहम भूमिका रही है।


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