ईंट भट्ठों में पुलिस की दबिश, 11 आरोपी जेल दाखिल
चोरी का कोयला ईंट भट्ठों में इस्तेमाल करने की सूचनाओं के मध्य सुबह से देर शाम तक ईंट भट्ठों में दबिश दी जाती रही।

खदानों से चोरी कर किया गया था कोयला भंडारित
कोरबा। चोरी का कोयला ईंट भट्ठों में इस्तेमाल करने की सूचनाओं के मध्य सुबह से देर शाम तक ईंट भट्ठों में दबिश दी जाती रही। ताबड़-तोड़ कार्रवाई में कुल 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया। पुलिस की कार्रवाई से ईंट भट्ठा संचालकों में हड़कंप मच गई है।
जानकारी के अनुसार बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत मोहल्ला जेठूदफाई एवं बल्गी कटाईनार में कुछ लोगों के द्वारा बल्गी सुराकछार खदान से कोयला चोरी कर ईंट भट्ठा बनाने और बिक्री करने के लिये बाड़ी एवं ईंट भट्ठा में बोरियों में भरकर रखे जाने की सूचना पुलिस को मिली थी। थाना प्रभारी निरीक्षक एसएस राजपूत ने 4 टीम गठित कर दबिश दी। जेठूदफाई में अशोक की बाड़ी में रखे 41 बोरी कोयला एवं बल्गी डंगनिया में हरि कंवर, संतोष कर्ष, पस्तूल सिंह से 97 बोरी कोयला बरामद कर जब्त किया। चोरी का कोयला होने के संदेह पर सभी के विरूद्ध धारा 41 (1-4) जाफौ, 379 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कराया गया।
इसी तरह मानिकपुर चौकी के ग्राम ढेलवाडीह में नाला के पास बने ईंट भट्ठों में ईंट पकाने के उद्देश्य से कच्चा कोयला डम्प कर रखा गया था। चौकी प्रभारी केसर पराग ने हमराह स्टाफ के साथ ईंट भट्ठों में दबिश देकर शंकर चक्रधारी पिता संतराम 41 वर्ष निवासी कदमहाखार के कब्जे में करीब 4 क्विंटल कोयला तथा मुरली मिरी पिता रामचरण मिरी 26 वर्ष निवासी कर्रानाला थाना उरगा हाल मुकाम ढेलवाडीह के कब्जे से करीब 3 क्विंटल कोयला जब्त किया। इनके विरूद्ध धारा 41 (1-डी) जाफौ, 379 भादवि का जुर्म दर्ज कर दोनों को जेल दाखिल कराया गया।
एक कार्रवाई में कुसमुंडा पुलिस ने भैरोताल निवासी कन्हैयालाल कंवर तथा पूरन लाल 34 वर्ष, अमरसाय चौहान पिता उचित राम 36 वर्ष के कब्जे से 53 बोरी में रखा लगभग 2.650 टन वजनी कोयला चोरी का होने के संदेह में जब्त किया गया है। अहिरन नदी के किनारे कोयला को इनके द्वारा भण्डारित कर रखा गया था। ग्राम सराईपाली निवासी श्यामलाल खाण्डे पिता फिरतराम 52 वर्ष के ईंट भट्ठा से 10 क्विंटल कोयला एवं ईंट भट्ठा संचालक नारायण कंवर पिता स्व. इतवार कंवर 49 वर्ष के भट्ठे से 9 क्विंटल कोयला जब्त किया गया है। इनके द्वारा कोयला के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जा सका, जिस पर चोरी का कोयला होने के संदेह पर जुर्म दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
बड़ी मछलियों तक कब पहुंचेंगे?
एसईसीएल कोरबा, मानिकपुर, गेवरा, दीपका, कुसमुंडा, बांकीमोंगरा की सुराकछार खदान से लगे इलाकों के लोगों द्वारा बड़े पैमाने पर कोयला की चोरी और तस्करों के जरिए इसकी बिक्री में सहयोग कोई नई बात नहीं। कई समूहों में काम कर रहे कोयला चोरों पर समय-समय पर कार्रवाई होती रही है लेकिन हर बार छोटी मछलियों को ही फंसना पड़ा है। बल्गी, सुराकछार से लगा जेठूदफाई, पंखादफाई, मानिकपुर से लगा भिलाईखुर्द और इसके आसपास का क्षेत्र कोयला चोरों और तस्करों का गढ़ कहा जा सकता है।
एशिया की सबसे बड़ी खदान गेवरा-दीपका से लगे हरदीबाजार क्षेत्र के ग्राम रेंकी, सुपेतपारा, अमगांव, पोड़ी, बाहनपाठ, रलिया में ट्रकों-ट्रक चोरी का कोयला बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, बलौदा के लिए रवाना किया जाता है। नए पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव के निर्देश पर अब जाकर पुलिस की कार्रवाई देखने को मिली है। हालांकि कोरबा जिले में हो रही कोयला चोरी में संलिप्त सफेदपोश बड़ी मछलियों के गिरेबां तक पुलिस को पहुंचना होगा। इनका सिंडिकेट नेस्तनाबूद किए बगैर पूर्ण रूप से कोयला की चोरी व कालाबाजारी पर अंकुश लगना असंभव है। याद रहे पूर्व में भी इस तरह की छोटी-छोटी कार्रवाई होती रही लेकिन इसके बाद उन इलाकों में दोबारा झांकना संबंधित थाना-चौकी प्रभारियों ने मुनासिब नहीं समझा।
बदले गए बांकी थाना प्रभारी
जानकारी के अनुसार पुलिस कप्तान ने बांकीमोंगरा थाना प्रभारी एसएस राजपूत का प्रभार बदल दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्री राजपूत को श्यांग थाना का प्रभारी बनाया गया है। उनकी जगह पर श्यांग थाना का प्रभार संभाल रहे अशोक पाण्डेय को बांकीमोंगरा थाने का प्रभारी नियुक्त किया गया है।


