क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी, साइबर गिरोह का पर्दाफाश ,क्रिकेट के शौक ने बना दिया ठग!

कानपुर। साइबर अपराध की दुनिया में कदम रखने वाले दो पढ़े-लिखे युवकों की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं। एमबीए और बीटेक डिग्रीधारी ये दोनों युवक पहले सिंगापुर में नौकरी करते थे, लेकिन कोविड के बाद बेरोजगारी ने इन्हें ठग बना दिया। कानपुर पुलिस ने इस अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
गोविंद नगर ब्लॉक गुजैनी निवासी सुनील कुमार खन्ना के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ₹1,35,669 की ठगी करने वाले इन ठगों की पहचान अनुज तोमर (बागपत) और विवेक शर्मा (दिल्ली) के रूप में हुई है। पुलिस ने पंजाब पुलिस की मदद से अनुज को चंडीगढ़ से और विवेक को दिल्ली से दबोचा। इनके पास से तीन लैपटॉप, चौदह मोबाइल फोन, एक थार कार, लग्जरी आइटम और महंगे क्रिकेट बैट व किट बैग बरामद हुए।
जांच में पता चला कि दोनों आरोपी खुद को बैंक अधिकारी बनकर लोगों से संपर्क करते थे। क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर वे गोपनीय डिटेल हासिल करते और खातों से रकम उड़ाते थे। विवेक ने पूछताछ में बताया कि उसे क्रिकेट का शौक है, इसलिए ठगी के पैसों से उसने महंगे बैट और उपकरण खरीदे।
पुलिस का कहना है कि दोनों ने दिल्ली, पंजाब और उत्तर प्रदेश में कई लोगों को निशाना बनाया है। साइबर क्राइम टीम अब इनके लैपटॉप और मोबाइल की फोरेंसिक जांच कर रही है ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।
कानपुर पुलिस की अपील — किसी भी कॉल या मैसेज पर बैंक या कार्ड डिटेल साझा न करें। संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत करें।


