‘ब्रेक द चेन’ अभियान को मजबूत किया जाएगा : विजयन
केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने शनिवार को लोगों से कहा कि राज्य में कोरोना के मामलो में वृद्धि को देखते हुए ‘ब्रेक द चेन’ अभियान को और सख्ती से आगे बढ़ाया जाएगा

तिरुवनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने शनिवार को लोगों से कहा कि राज्य में कोरोना के मामलो में वृद्धि को देखते हुए ‘ब्रेक द चेन’ अभियान को और सख्ती से आगे बढ़ाया जाएगा।
श्री विजयन ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के 488 नए मामलों की पुष्टि हुई है। जबकि 143 रोगी ठीक हुए हैं। उन्होंने विवरण साझा करते हुए कहा कि 234 मामले संपर्क के माध्यम से संक्रमण के हैं, जबकि 167 विदेश से वापस लौटे तथा 76 अन्य राज्यों वापस लौटे लोगों के है। आज मरीजों की दो मौतें भी हुईं।
यहां ट्रिपल लॉकडाउन के कारण सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “आज की स्थिति पिछले कुछ दिनों के समान है और हम बहुत गंभीर स्थिति में जा रहे हैं। आज उपलब्ध आंकड़े राज्य भर में बीमारी के प्रसार में वृद्धि के संकेत हैं। दैनिक मामले बढ़ रहे हैं, संपर्क द्वारा हो रहे मामलों की संख्या भी बढ़ रही है और संक्रमण के किसी भी ज्ञात स्रोत के बिना कई मामले हैं। सुपर स्प्रेड पहले से ही है और यह किसी भी पल एक सामुदायिक प्रसार बन सकता है, जिसे हमें हर कीमत पर रोकना चाहिए। तटीय क्षेत्रों में स्थिति बहुत विकट है।”
उन्होंने कहा, “हमें बढ़ते संपर्क के मामलों को देखते हुए ‘ब्रेक द चेन’ अभियान को मज़बूत करने की आवश्यकता है। हर किसी को सार्वजनिक रूप से सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करना चाहिए और अपने हाथों को साबुन से बार-बार धोने का ध्यान रखना चाहिए। इसी प्रकार, सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग अनिवार्य है। मास्क एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में बीमारी के प्रसार को कम करने में मदद करते हैं। संक्रमण का खतरा तब अधिक होता है, जब कोविड संक्रमण वाला व्यक्ति बिना मास्क के किसी अन्य व्यक्ति के करीब आता है। हालांकि, यदि दोनों पक्ष मास्क पहनते हैं, तो संक्रमण का ख़तरा कम होता है। बीमारी के प्रसार की दर बढ़ रही है और इस अभियान का सख्ती से पालन करना ही इसे कम करने का एकमात्र तरीका है। दुर्भाग्य से ज्यादातर मामलों में कोई लक्षण नहीं दिखाए दे रहे हैं और ये लोग वायरस को फैला देंगे। हमें जल्द से जल्द कई संक्रमित लोगों को खोजने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि बिना लक्षण वाले रोगी जब सकारात्मक परीक्षण करते हैं तो उसे टेस्टिंग की खामी के रूप में नहीं देखना चाहिए, बल्कि इसे मामूली संक्रमण का भी पता लगाने की टेस्टिंग की क्षमता के रूप में देखा जाना चाहिए। यह एक ज्ञात तथ्य है कि यह बीमारी उन लोगों से भी फैल सकती है जिन्हें कोई लक्षण नहीं हैं, लेकिन जिसे वो संक्रमित करेंगे उनमें गंभीर लक्षण पैदा हो सकते हैं। परीक्षण के लिए सबसे उपयुक्त वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग किया जा रहा है, और मुख्यमंत्री ने इस संबंध में सभी के सहयोग का अनुरोध किया है।
उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा राज्य भर में कई स्थानों पर आयोजित सामूहिक विरोध प्रदर्शनों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर विरोध प्रदर्शन दंडनीय हैं।


