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पासवान से मिला ब्राजील का प्रतिनिधिमंडल, एथेनॉल प्रौद्योगिकी साझेदारी पर बातचीत 

 ब्राजील की कृषि, पशुधन और आपूर्ति मंत्री टेरेजा क्रिस्टीना कोरिया दा कोस्टा डायस की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री से मिला

पासवान से मिला ब्राजील का प्रतिनिधिमंडल, एथेनॉल प्रौद्योगिकी साझेदारी पर बातचीत 
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नई दिल्ली। ब्राजील की कृषि, पशुधन और आपूर्ति मंत्री टेरेजा क्रिस्टीना कोरिया दा कोस्टा डायस की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री से मिला। ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल ने इस मुलाकात के दौरान केंद्रीय खाद्य मंत्री के साथ दोनों देशों के बीची चीनी और एथेनॉल प्रौद्योगिकी की साझेदारी समेत अन्य मुद्दों पर बातचीत की। भारत दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक है, जबकि ब्राजील दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक देश है। ब्राजील दो साल पहले तक चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक था, लेकिन अब ब्राजील चीनी के बदले एथेनॉल के उत्पादन को प्रमुखता दे रहा है।

प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद यहां संवाददादाताओं से बातचीत में पासवान ने कहा, "ब्राजील की कृषि, पशुधन और आपूर्ति मंत्री टेरेजा क्रिस्टीना के साथ आए विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के प्रतिनिधिमंडल के साथ आज (गुरुवार को) दोनों देशों के उद्योग और प्रौद्योगिकी के बीच आदान-प्रदान को लेकर बातचीत हुई।"

पासवान ने बताया कि ब्राजील चीनी का प्रमुख उत्पादक देश है और चीनी से संबंधित प्रौद्योगिकी की साझेदारी के संबंध में बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि बातचीत अत्यंत सौहार्दपूर्ण वातावरण में हुई।

इस दौरान केंद्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के सचिव रविकांत समेत कई अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

पासवान ने दोनों देशों के बीच उत्कृष्ट राजनीतिक संबंधों और रणनीतिक भागीदारी को रेखांकित करते हुए कहा कि दोनों देश विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर एकमत हैं।

उन्होंने भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों की खाद्य सुरक्षा का समाधान सुनिश्चित करने के लिए किए गए उपायों पर प्रकाश डालते हुए प्रतिनिधिमंडल को बताया कि भारत में लगभग 80 करोड़ लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत शामिल किया गया है और इसके लाभार्थियों को भारत सरकार द्वारा सस्ते दाम पर खाद्यान्न मुहैया करवाया जाता है।

उन्होंने बताया कि भारत ने राशन कार्ड की अंतर-राज्य पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए 'एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड' नामक कार्यक्रम शुरू किया है।

पासवान ने ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल से भारतीय वस्तुओं के लिए ब्राजील में बाजार की पहुंच मंजूर करने पर विचार करने का आग्रह किया जोकि 2012 से ही लंबित है। उन्होंने कहा कि भारत ने पहले ही कपास, मक्का, सोयाबीन जैसे कृषि उत्पाद के निर्यात के लिए ब्राजील को मंजूरी दी हुई है।

पासवान ने भारतीय नागरिकों के लिए वीजा मुक्त यात्रा को लेकर ब्राजील द्वारा की गई हाल की घोषणा के लिए ब्राजील का आभार जताया। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के फायदे के लिए मर्कोसुर तरजीही करार को आगे बढ़ाया जाएगा।

मर्कोसुर एक व्यापारिक समूह है जिसमें दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेटीना, ब्राजील, पराग्वे, उरुग्वे शामिल हैं। इसका गठन 1991 में हुआ था।

टेरेजा क्रिस्टीना कोरिया दा कोस्टा डायस ने कहा कि चीनी एवं एथेनॉल से संबंधित तकनीक, अनुसंधान में सहयोग के लिए दोनों देश एक दूसरे के अनुभवों को साझा करेंगे। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम में सही अनुपात में एथनॉल मिलाने से प्रदूषण एवं जलवायु परिवर्तन की दिशा में बेहतर कार्य किया जा सकता है।

उन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) और राष्ट्रीय शर्करा संस्थान (एनएसआई) के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव दिया जिसके तहत दुग्ध उत्पादन गन्ना व एथनॉल सहित अन्य उत्पादों की प्रौद्योगिकी की साझेदारी की जा सकती है।

मालूम है कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर मेसियास बोलसोनारो इस बार गणतंत्र दिवास समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करेंगे। उनका चार दिवसीय भारत दौरा शुक्रवार से शुरू हो रहा है।


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