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यूपी विधान परिषद के उपचुनाव में भाजपा के दोनों उम्मीदवार जीते

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को विधान परिषद की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में विजय हासिल की है

यूपी विधान परिषद के उपचुनाव में भाजपा के दोनों उम्मीदवार जीते
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को विधान परिषद की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में विजय हासिल की है। सोमवार को हुए मतदान में पद्मसेन चौधरी ने सपा के रामकरन निर्मल को 163 मतों से शिकस्त दी। वहीं भाजपा के मानवेंद्र सिंह ने इसी पार्टी के रामजतन राजभर को 164 मतों से हराया। निर्वाचन अधिकारी मोहम्मद मुशहिद ने बताया कि भाजपा के मानवेंद्र सिंह ने 280 वोट पाकर जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी के रामजतन राजभर को 115 वोट मिले।

इसी तरह, विजयी भाजपा के पद्मसेन चौधरी को 279 मत मिले और उनके प्रतिद्वंद्वी सपा के रामकरण को 116 मत हासिल हुए। उन्होंने बताया कि दोनों पार्टियों के एक-एक वोट अमान्य करार दिए गए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य पद पर हुए उपचुनाव में डबल इंजन सरकार के प्रत्याशी पद्मसेन चौधरी व मानवेंद्र सिंह को जीत की हार्दिक बधाई दी और उज्‍जवल कार्यकाल की मंगलकामना की।

दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी को हार का सामना करना पड़ा। उपचुनाव में सात विधायकों ने मतदान नहीं किया। इनमें सपा के तीन, कांग्रेस के दो, सुभासपा और बसपा के एक-एक विधायकों ने मतदान नहीं किया।

उत्तर प्रदेश के 403 में से 396 विधायकों ने वोट दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह लगभग नौ बजे ही विधान भवन प्रांगण में पहुंचकर मतदान किया। वहीं सपा विधायक रमाकांत यादव, इरफान सोलंकी, मनोज पारस, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी, कांग्रेस के विधायक अनुराधा मिश्रा 'मोना', फरेंदा के विधायक वीरेंद्र चौधरी, बसपा के एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।

उपचुनाव के बाद अब विधान परिषद में भाजपा की सदस्य संख्या 82 हो गई है। सपा के 9 सदस्य हैं। अपना दल-एस, जनसत्ता दल-लोकतांत्रिक, बसपा, शैक्षिक दल-गैरराजनीतिक और निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं। निर्दल समूह के दो और दो निर्दलीय सदस्य हैं। लंबे अर्से बाद परिषद में सौ सदस्य हुए हैं।

लक्ष्मण आचार्य के सिक्किम के राज्यपाल बनने और बनवारी लाल दोहरे के निधन से रिक्त हुई विधान परिषद की दोनों सीटों पर उपचुनाव हुआ। लक्ष्मण आचार्य का कार्यकाल 2027 व बनवारी लाल का कार्यकाल 2028 तक था। दोनों सीटें फिर से भाजपा की झोली में आई। नवनिर्वाचित सदस्य भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।


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